Rajasthan News: जयपुर की करणी विहार थाना पुलिस ने फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकल गिरोह का पर्दाफाश करते हुए भूपेंद्र सारण समेत कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

बता दें इन आरोपियों के पास से पुलिस ने विभिन्न संस्थाओं की करीब 4000 से अधिक डिग्रियां, मार्कशीट, सर्टिफिकेट और माइग्रेशन बरामद किए गए हैं। इसके अलावा गिरोह के पास से विभिन्न संस्थाओं के 64 मुहर स्टांप, होलोग्राम, लेटर पैड, दो नंबरिंग मशीन भी बरामद हुई है। पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने के काम में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्ड डिक्स, कागज के साथ ही प्रिंटर व अन्य सामग्री को जब्त कर लिया है।

डीसीपी वेस्ट वंदिता राणा के अनुसार फर्जी डिग्री बनाने के मामले में आरोपी भूपेंद्र सारण, अजय भारद्वाज, कैलाश सिसोदिया, अशोक विजय और प्रमोद सिंह को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिस ने एक लाख के इनामी भूपेंद्र सारण को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है और उसे उदयपुर से जयपुर लाया गया है।

डीसीपी ने जानकारी दी कि भूपेंद्र सारण से पूछताछ के दौरान सामने आया कि वो इमलीवाला फाटक के पास स्थित गणेश नगर, ज्योति नगर थाना क्षेत्र निवासी अशोक विजय से फर्जी डिग्रियां, मार्कशीट और सर्टिफिकेट लिया करता था। इसके आधार पर ही अशोक विजय की तलाश की गई है। उसके इस काम में सहायक कैलाश सिसोदिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। औरोपियों के पास से जिनके पास से फर्जी डिग्रियां, मार्कशीट और सर्टिफिकेट बरामद हुए हैं।

आरोपी अशोक विजय और कैलाश सिसोदिया से पूछताछ में सामने आया है कि नकल प्रकरण के बाद इन लोगों ने ऑफिस सांगानेर जयपुर में शिफ्ट कर लिया था। आरोपी अशोक विजय के मनभर मैरिज गार्डन सांगानेर स्थित ऑफिस से करीब 50 विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं की फर्जी डिग्रियां, दस्तावेज तैयार करने के शीट, रिम, स्याही की शीशियां समेत कई समाना बरामद कर लिए गए हैं।

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