दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. पुलिस ने वहां मोबाइल फोन चुराने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. जिसकी पहचान मोनू उर्फ निखिल कुमार (28) के रूप में हुई है, जो शाहाबाद मोहम्मदपुर, दिल्ली का निवासी है. आरोपी पिछले दो वर्षों से एयर इंडिया SATS कंपनी में लोडर के रूप में कार्यरत था. पुलिस ने अब तक 36 चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं, जबकि अन्य की खोज जारी है.

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मोबाइल फोन से भरा बॉक्स एयरपोर्ट से चोरी

यह मामला 6 फरवरी 2025 को दर्ज की गई एक ई-एफआईआर से संबंधित है. शिकायतकर्ता संजय यादव, जो स्काइविज कार्गो सर्विसेज में सेल्स और मार्केटिंग हेड के रूप में कार्यरत हैं, ने जानकारी दी कि उनकी कंपनी ने 27 जनवरी 2025 को सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स के 280 मोबाइल फोन (S-25 Ultra मॉडल) की एक खेप नोएडा से इंदौर भेजी थी. इस खेप को चार मास्टर पीवीसी बॉक्स में पैक किया गया था, लेकिन जब यह इंदौर पहुंची, तो केवल तीन बॉक्स ही प्राप्त हुए. एक बॉक्स, जिसमें 75 मोबाइल फोन थे, एयरपोर्ट से ही चोरी हो गया.

चोरी हुए फोन के एक्टिवेट होने से मिला सुराग

आईजीआई एयरपोर्ट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुशील गोयल के निर्देशन में इस चोरी के मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. टीम ने एयरपोर्ट के सभी सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. इसके बाद, वहां कार्यरत कर्मचारियों से पूछताछ की गई. इसी दौरान, चोरी हुए मोबाइल फोन में से कुछ सक्रिय हो गए, जिससे पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुआ.

इन लोगों के पास मिले मोबाइल

जिन व्यक्तियों के पास चोरी के मोबाइल फोन पाए गए, उन्होंने जानकारी दी कि उन्होंने ये फोन दिल्ली के ईस्ट पटेल नगर में स्थित सुमन कुमार नामक मोबाइल विक्रेता से खरीदे थे. जब पुलिस ने सुमन कुमार (38), जो मयूर विहार, दिल्ली का निवासी है, से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसने ये फोन अरुण शर्मा (35) से खरीदे हैं, जो गाजियाबाद का निवासी है. अरुण शर्मा ने बताया कि उसने 34 मोबाइल फोन साहिल नामक व्यक्ति से खरीदे थे, जो मथुरा का निवासी है. अरुण ने इनमें से 27 फोन सुमन कुमार को बेचे, जबकि 7 फोन उसके पास ही रह गए, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया. इसके बाद, पुलिस को हरियाणा के फर्रुखनगर, गुरुग्राम से एक और सुराग मिला, जहां के एक दुकानदार चिंटू ने बताया कि उसने दो मोबाइल निखिल (मोनू) से खरीदे थे और इसके लिए उसने ऑनलाइन भुगतान किया था.

आरोपी ने गिरफ्तारी के बाद कुबूल किया जुर्म

गिरफ्तारी के बाद मोनू, जिसे निखिल कुमार के नाम से भी जाना जाता है, ने पूछताछ के दौरान अपने अपराध को स्वीकार कर लिया. उसने बताया कि वह एयरपोर्ट पर लोडर के रूप में कार्यरत था और इसी दौरान उसे मोबाइल फोन की एक खेप दिखाई दी. लालच में आकर उसने एक पीवीसी बॉक्स चुरा लिया और उसे एयरपोर्ट पर एक पुराने, बेकार कंटेनर में छिपा दिया. इसके बाद, उसने धीरे-धीरे फोन निकालकर अपने साथी साहिल को बेच दिए.

अब तक बरामद हुए फोन

अब तक 36 मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं. सुमन कुमार के पास से 27 मोबाइल फोन मिले हैं, जबकि अरुण शर्मा से 7 और चिंटू से 2 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं.

फरार आरोपी साहिल की तलाश जारी

पुलिस अब फरार आरोपी साहिल की खोज में जुटी है, जिसने सबसे अधिक मोबाइल फोन खरीदे थे. इसके साथ ही, चोरी हुए 39 मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए छापेमारी का कार्य जारी है. डीसीपी आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने जनता से अनुरोध किया है कि यदि किसी को बिना बिल का मोबाइल फोन खरीदने का प्रस्ताव मिले, तो सतर्क रहें और तुरंत पुलिस को सूचित करें. इसके अलावा, मोबाइल विक्रेताओं को भी चेतावनी दी गई है कि वे बिना उचित दस्तावेजों के कोई फोन न खरीदें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.