रायपुर। विधानसभा के नजदीक स्टेट बैंक में हुई डकैती के मामले में बैंक प्रबंधन की बड़ी लापरवाही निकल कर सामने आई है. लल्लूराम डॉट कॉम को मिली जानकारी के हिसाब से प्रबंधन ने बैंक की निगरानी के लिए किसी भी गार्ड की ड्यूटी नहीं लगाई थी. प्रबंधन की इस बड़ी चूक की वजह से ही डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया. जानकारी के मुताबिक बैंक लॉकर में करोड़ों की नगदी व ज्वेलरी मौजूद थी.
पहले की रेकी
माना जा रहा है कि डकैतों ने पहले बैंक की रेकी की थी और बैंक की सुरक्षा में किसी गार्ड की तैनाती न होने का लाभ उठाते हुए बैंक के अंदर दाखिल हुए. डकैत पूरी तरह से तैयार होकर अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे. छुट्टी का दिन होने की वजह से डकैतों ने बड़े ही इत्मीनान से अपने काम को अंजाम दिया. 27 लॉकरों को गैस कटर से काटा गया और लॉकरों में रखे गोल्ड औऱ पैसों पर अपना हाथ साफ कर दिया.
दो दिन दिया वारदात को अंजाम
डकैतों ने दो दिन शनिवार और रविवार को वारदात को अंजाम दिया. शनिवार की रात को डकैत बैंक के अंदर दाखिल हुए और 3-4 घंटे अंदर रहने के बाद वो वापस चले गए और दूसरे दिन रविवार की रात को फिर से बैंक के अंदर दाखिल हुए. रविवार को भी तकरीबन 4 घंटे तक रहकर घटना को अंजाम दिया. दोनों दिन उन्होंने बैंक के अंदर गैस कटर से लॉकरों को काटा और उसमें रखा सारा पैसा व गहना जेवरात पर हाथ साफ कर दिया.
आधा दर्जन से ज्यादा शामिल
वारदात में आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के शामिल होने का शक जताया जा रहा है. हालांकि बैंक के अंदर मात्र 2 लोग ही दाखिल हुए और दो दिन उन्हें लगे घटना को अंजाम देने में. बाकी के लोग बैंक के बाहर होने वाली हलचलों की निगरानी में लगे हुए थे.
पूर्व में भी बैंक डकैती में रहे हैं शामिल!
जिस तरह से पूरे डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया है उससे यह माना जा रहा है कि डकैत पूर्व में भी बैंकों की डकैती शामिल रहे होंगे. डकैतों ने न सिर्फ सीसीटीवी कैमरे के तार काटे थे बल्कि उन्होंने बैंक में लगे सायरन को भी डिस्कनेक्ट कर दिया था. जिसकी वजह से सायरन नहीं बजा और किसी को भी इस वारदात की जानकारी नहीं हो पाई.
दूसरे राज्यों के होने का शक
जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है इससे यह माना जा रहा है कि यह गिरोह छत्तीसगढ़ के बाहर का है. पुलिस का फोकस अन्य राज्यों बिहार, झारखंड, हरियाणा, एनसीआर और पश्चिम बंगाल के गिरोहों पर होगा. पुलिस की टीम जल्द ही इन राज्यों के लिए रवाना होगी.
प्रबंधन पर बिफरे खाता धारक
डकैती की जानकारी मिलने के बाद प्रतीक मिश्रा नाम का एक खाता धारक बैंक पहुंचा और उसने बैंक प्रबंधन से जमकर नाराजगी जाहिर की. बैंक अधिकारियों पर बिफरते हुए उसने बताया कि जनवरी में उसकी बहन की शादी है, जिसकी शादी के लिए लॉकर में 18 लाख रुपए जेवरातों सहित रखे थे. उसने बताया कि पिछले 20 साल से इस बैंक में उनके परिवार का खाता है. उन्होंने बैंक प्रबंधन द्वारा किसी गार्ड को न रखे जाने पर प्रबंधन को डकैती के लिए दोषी बताया. उसने बताया कि प्रबंधन उसे उसके लॉकर के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं दे रहा है.