पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का एलान कभी भी हो सकता है और इसके साथ ही सियासी हलचलें भी तेज हो गई हैं। महागठबंधन की 15 सितंबर को होने वाली अहम बैठक से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आज पटना स्थित एक पोलो रोड पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है।

यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है क्योंकि इसमें आरजेडी अपने आंतरिक समीकरण मजबूत कर महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर स्पष्ट रणनीति बना रही है। तेजस्वी यादव पार्टी नेताओं के साथ प्रत्याशी चयन, चुनाव प्रचार की रणनीति, गठबंधन में तालमेल और मुद्दों की प्राथमिकता तय कर रहे हैं।

तेजस्वी यादव का नेताओं को कुछ अहम निर्देश

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में तेजस्वी यादव नेताओं को कुछ अहम निर्देश देंगे, ताकि आगामी चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर हो सके। इसके अलावा, वह चाहते हैं कि 15 सितंबर की महागठबंधन बैठक से पहले आरजेडी के भीतर सभी नेताओं की राय और सहमति स्पष्ट हो जाए।

महागठबंधन में अब तक सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। कांग्रेस 70 सीटों की मांग कर रही है, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी 60 सीटें चाहते हैं और वाम दल 60 से 65 सीटों की उम्मीद में हैं। हालांकि, आरजेडी ने अब तक सीटों को लेकर कोई खुला दावा नहीं किया है और उनका रुख अब तक लचीला रहा है।

तेजस्वी यादव की चुनाव को लेकर रणनीति

तेजस्वी यादव की रणनीति यही दिखती है कि सभी घटक दलों को साथ लेकर चलें और सीटों के विवाद से पहले आंतरिक एकजुटता बनाई जाए। 15 सितंबर को राहुल गांधी, दीपंकर भट्टाचार्य, मुकेश सहनी समेत कई बड़े नेता एक साथ बैठक करेंगे, जिसमें सीटों का फॉर्मूला फाइनल होगा।

आरजेडी का फोकस सिर्फ सीटों पर नहीं, बल्कि मजबूत गठबंधन, रणनीतिक प्रचार और एकजुट संगठन पर है। तेजस्वी यादव इस बार कोई चूक नहीं छोड़ना चाहते।