कुंदन कुमार की रिपोर्ट, पटना. बिहार सरकार अब आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ रहे बच्चों को पोशाक देने का निर्णय किया है समाज कल्याण विभाग ने इसको लेकर पहल किया है समाज कल्याण मंत्री मदन साहनी के विभागीय आदेश के अनुसार अब सभी आंगनबाड़ी केंद्र में पर रहे बच्चों को भी पोशाक दिया जाएगा पहले पोशाक की राशि दी जाती थी लेकिन अब जीविका दीदियों के माध्यम से उनके पोशाक बनवाया जाएगा और वितरित किया जायेगा

समाज कल्याण विभाग अब ऑगनवाड़ी सेवाएं (आई0सी0डी0एस0) अंतर्गत 544 बाल विकास परियोजनाओं में संचालित 1,15,009 ऑगनवाड़ी केन्द्र के माध्यम से स्कूल पूर्व शिक्षा हेतु नामांकित 03-06 वर्ष के बच्चों को अब सरकार की संस्था ‘जीविका’ के माध्यम से पोशाक वितरण कराया जायेगा। समाज कल्याण विभाग द्वारा उक्त योजना की पूर्ण तैयारी की जा चुकी है।

प्रतिवर्ष 2 सेट पोशाक


इस योजना के तह्त कुल 52,82,132 (बावन लाख बेरासी हजार एक सौ बत्तीस) बच्चों को प्रतिवर्ष 2 सेट पोशाक उपलब्ध कराया जायेगा जिससे बच्चें एक समान पोशाक में केन्द्र पर उपस्थित रहें। इस हेतु रू0 21128.52 (दो सौ ग्यारह करोड़ अठ्ठाईस लाख बावन हजार) व्यय संभावित है। पूर्व में भी पोशाक की राशि बच्चों के अभिभावक के खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से दी जाती थी परन्तु आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चें पोशाक में नहीं दिखते थे,

मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा


विभागीय जॉच के क्रम में भी यह पाया जाता है। जॉच के क्रम में यह पाया गया कि अभिभावक उक्त राशि का व्यय अन्यत्र कर देते है। जीविका के माध्यम से यह कार्य होने से बिहार की महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा और इसका सीधा लाभ बिहार में काम कर रहीं महिलाओं को मिलेगा। समाज कल्याण विभाग के मंत्री ने आगे आंगनावाड़ी केन्द्रों पर कार्यरत सेविका/सहायिका को साड़ी जीविका के माध्यम से उपलब्ध कराने का निदेश दिया है।