नई दिल्ली। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए का गठबंधन टूट गया है. नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड से मतभेद की वजह से लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. लेकिन लोजपा का केंद्र में भाजपा और एनडीए के साथ गठबंधन में पहले की तरह मजबूती के साथ रहेगी.
दरअसल, बिहार में जनता दल यूनाईटेड और लोक जनशक्ति पार्टी के पास लंबे समय से शीत युद्ध की स्थिति बनी हुई है. जनता दल यूनाईटेड लोजपा को ज्यादा सीटें देने की पक्षधर नहीं है. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जदयू और भाजपा के बीच 50-50 प्रतिशत सीटों में चुनाव लड़ने की सहमति बन चुकी है, इस समीकरण से लोजपा बाहर है. लोजपा बिहार में 42 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह रही है, लेकिन समझौता नहीं होने की स्थिति में पार्टी ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है.
महागठबंधन में भी पड़ी चुकी है फूट
बिहार विधानसभा चुनाव में केवल एनडीए में ही फूट नहीं पड़ी है. राष्ट्रीय जनता दल नीत महागठबंधन में भी सीटों के बंटवारे को लेकर फूट पड़ चुकी है. शनिवार को समझौते की घोषणा करते हुए राजद के तेजस्वी यादव की अगुवाई में राजद, वीआईपी और जेएमएम 144 सीट, कांग्रेस 70 सीट और सीपीआई, सीपीआई (एमएल) और सीपीएम ने 29 सीट पर प्रत्याशी उतारने का फैसला लिया गया था, लेकिन वीआईपी पार्टी ने इस समझौते को धोखा बताते हुए गठबंधन से अलग हो गई.
तीसरा और चौथा मोर्चा भी मैदान में
बिहार चुनाव में तीसरा मोर्चा भी हाथ आजमा रहा है, जिसमें कभी एनडीए सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर बिहार के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. यही नहीं बिहार चुनाव में रही-सही कसर पप्पू यादव ने पूरी कर दी है. पप्पू यादव की अगुवाई वाली जन अधिकारी पार्टी ने चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी के अलावा बहुजन मुक्ति पार्टी और एमके फैजी की अगुवाई वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक एलायंस (PDA) गठित किया है, जो सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
10 नवंबर को आएगी परिणाम
अब बात बिहार विधानसभा के लिए तीन चरणों में होने वाली चुनाव की तारीखों की तो बता दें कि पहले चरण के चुनाव के लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी हो चुकी है, 8 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किया जाएगा, 9 अक्टूबर को स्क्रूटनी के बाद 12 अक्टूबर तक नाम वापसी के साथ 28 अक्टूबर को मतदान होगा. इसी तरह दूसरे चरण के चुनाव की प्रक्रिया 9 अक्टूबर से शुरू होगी, 16 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किया जाएगा, 17 अक्टूबर को स्क्रूटनी के बाद 19 अक्टूबर तक नाम वापसी के साथ 3 नवंबर को मतदान होगा. तीसरे चरण की चुनाव प्रक्रिया 13 अक्टूबर से शुरू होगी, 20 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किया जाएगा, 21 अक्टूबर को स्क्रूटनी के बाद 23 अक्टूबर तक नाम वापसी के साथ 7 नवंबर को मतदान होगा. तीनों चरणों की मतगणना एक साथ 10 नवंबर को होगी, जिसके बाद परिणाम घोषित किया जाएगा.