पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का प्रचार आज शाम समाप्‍त हो जाएगा. इस चरण में 15 जिलों में फैले 78 निर्वाचन क्षेत्रों में 7 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव मैदान में राष्ट्रीय और राज्य दलों के अलावा गैर मान्यता प्राप्त दलों और निर्दलीय मिलाकर 1204 प्रत्याशी हैं. पहले और दूसरे चरण की तुलना में इस चरण में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या भले ही घट गई हो, लेकिन आपराधिक मामले वाले प्रत्याशियों की संख्या कमोबेश पिछले चरणों की ही तरह है.

बिहार इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने तीसरे चरण में उतरे 1204 में से 1195 प्रत्याशियों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया. इन 1195 प्रत्याशियों में से 371 (31 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक तो 282 (24 प्रतिशत) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज बताए हैं, रही बात करोड़पति प्रत्याशियों की तो इनकी संख्या 361 (30 प्रतिशत) है, जिनकी वजह से मैदान में भाग्य आजमा रहे तमाम प्रत्याशियों को मिलाकर उनकी औसत संपत्ति 1.47 करोड़ बन रही है.

आपराधिक प्रकरण वाले प्रत्याशियों की बदौलत तीसरे चरण के 78 विधानसभा सीटों में से 72 सीटों (92 प्रतिशत) को संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र घोषित किया गया है.

अब अगर दलवार आपराधिक मामले वाले प्रत्याशियों की तो राजद के 44 में से 32 (73 प्रतिशत) का आपराधिक रिकार्ड तो इनमें से 22 (50 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक मामले वाले प्रत्याशी हैं. इसी तरह, भाजपा के 34 में से 26 (76 प्रतिशत) आपराधिक तो 22 (65 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक प्रकरण, कांग्रेस के 25 में से 19 (76 प्रतिशत) आपराधिक तो 14 (56 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक, लोजपा के 42 में से 18 (43 प्रतिशत) आपराधिक तो 11 (26 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक प्रकरण और जेडीयू के 37 में से 21 (57 प्रतिशत) और 11 (26 प्रतिशत) गंभीर आपराधिक प्रकरण वाले प्रत्याशी मैदान में हैं.

करोड़पति प्रत्याशियों की संख्या में कमी

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में करोड़पति प्रत्याशियों की तुलना में पहले दो चरणों की तुलना में कमोबेश कमी आई है. 1195 प्रत्याशियों में से 361 (30 प्रतिशत) करोड़पति हैं. इनमें से 79 प्रत्याशियों की संपत्ति 5 करोड़ रुपए से अधिक, 140 प्रत्याशियों की संपत्ति 2 से 5 करोड़ के बीच, 330 प्रत्याशियों की संपत्ति 50 लाख से 2 करोड़, 368 प्रत्याशियों की संपत्ति 10 से 50 लाख तक और 278 प्रत्याशियों की संपत्ति 10 लाख रुपए से कम है. इनमें से भाजपा के 34 में से सबसे ज्यादा 31 (91 प्रतिशत) प्रत्याशी, कांग्रेस के 25 में से 17 (68 प्रतिशत), राजद के 44 में से 35 (80 प्रतिशत), जेडीयू के 37 में से 30 (81 प्रतिशत) और लोजपा के 42 में से 31 (74 प्रतिशत) प्रत्याशी करोड़पति हैं.