कुंदन कुमार/ पटना। बिहार की सियासत इस वक्त पूरी तरह गरमाई हुई है। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय माता को अपशब्द कहे जाने के मुद्दे पर एनडीए गठबंधन ने आज बिहार बंद का आह्वान किया। भाजपा, जदयू और सहयोगी दलों की महिला मोर्चा की कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतरीं और जगह-जगह जाम लगाकर यातायात ठप कर दिया। बंद समर्थकों ने खुले हुए बाजार और दुकानों को भी जबरन बंद करवाया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि पीएम की मां का अपमान पूरे देश की माताओं का अपमान है और इसके लिए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए।
यह बंद पूरी तरह से फ्लॉप रहा
हालांकि इस बंद को लेकर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने बयान जारी कर कहा कि यह बंद पूरी तरह से फ्लॉप रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे को बेवजह तूल दे रहे हैं, ताकि जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटकाया जा सके। राठौर ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने जब वोट चोरी की बात उठाई, तो वह भाजपा और एनडीए को नागवार गुजरी। इसलिए उन्होंने इस पूरे प्रकरण को नौटंकी करार दिया।
पूरे देश में बंद क्यों नहीं कराया?
राजेश राठौर ने प्रधानमंत्री पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,अगर प्रधानमंत्री इतने आहत हैं तो पूरे देश में बंद क्यों नहीं कराया? प्रधानमंत्री ने खुद कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी की थी। तब उनके बच्चे और पूरा देश कितना विचलित हुआ होगा, क्या मोदी जी ने इस पर कभी सोचा?” उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी ने उस व्यक्ति को गले लगाया था जिसने राजद प्रवक्ता सारिका पासवान को “नंगा करने” जैसी शर्मनाक बात कही थी।
इस पूरे विवाद ने बिहार की राजनीति को और गरमा दिया है। जहां एनडीए इसे माताओं के सम्मान का सवाल बता रहा है, वहीं कांग्रेस इसे राजनीतिक नौटंकी और मुद्दों से भटकाने की रणनीति कह रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है, क्योंकि दोनों खेमे अब इसे चुनावी रंग देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
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