पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग के बीच कांग्रेस पार्टी ने 18 जिलों में हो रही मतदान प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। बिहार कांग्रेस ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए चुनाव आयोग और प्रशासन पर निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।

लापरवाही की शिकायतें मिल रही

कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों से लगातार मजबूत महागठबंधन वोट वाले बूथों पर गड़बड़ी और प्रशासनिक लापरवाही की शिकायतें मिल रही हैं। पार्टी ने दावा किया कि कई जगहों पर सुबह से ही EVM मशीनें खराब पड़ी हैं, जिससे मतदान प्रभावित हुआ है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर जानबूझकर मतदान की गति धीमी करने और मतदाताओं को डराने-धमकाने की घटनाएं भी सामने आई हैं।

चुनाव आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी

कांग्रेस ने कहा कि लोकतंत्र में हर मतदाता को मतदान का अधिकार है और इस अधिकार को सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है। पार्टी ने चुनाव आयोग से तत्काल संज्ञान लेकर सत्ता के दबाव में गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को चुनाव प्रक्रिया से हटाने की मांग की है।

मतदाताओं को बूथों से भगाया

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कुछ इलाकों में गरीब और वंचित वर्ग के मतदाताओं को बूथों से भगाया जा रहा है, जिससे वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ ही राजा पाकर विधानसभा क्षेत्र से EVM खराब होने की शिकायत आई है जिससे वहां मतदान अस्थायी रूप से ठप पड़ा है।

मतदान से रोका जा रहा

इसके अलावा कांग्रेस ने सवाल उठाया कि वोटर लिस्ट में नाम मौजूद होने के बावजूद कई लोगों को मतदान से रोका जा रहा है। पार्टी ने चुनाव आयोग से पूछा कि ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। बिहार कांग्रेस ने कहा कि वह लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर मंच पर अपनी आवाज उठाती रहेगी और चुनाव आयोग को निष्पक्ष चुनाव कराने की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।