कुन्दन कुमार/पटना। बिहार प्रदेश RJD के प्रवक्ता एजाज अहमद ने NDA एवं राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उनका कहना है कि विरोधियों द्वारा परसेप्शन की राजनीति की जा रही है लेकिन जनता जानती है कि असल में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है।

सत्ता संरक्षण में अपराधियों को पनाह

एजाज अहमद ने कहा कि बिहार में सरकार सिर्फ प्रतिद्वंद्वी दलों पर उंगली उठाती है पर खुद अपराधियों को संरक्षित करने में सबसे आगे है। उन्होंने विशेष रूप से यह सवाल उठाया कि बिहार कैबिनेट के 34 मंत्रियों में से 23 पर आपराधिक मामले और भ्रष्टाचार के आरोप कैसे हैं जबकि 17 मंत्रियों के खिलाफ गंभीर मामलों की पुष्टि ADR (Association for Democratic Reforms) की रिपोर्ट से होती है। उन्होंने भाजपा और जदयू को चुनौती दी कि वे बताएं कि धूमल सिंह, पप्पू पांडे अनन्त सिंह राजबल्लभ यादव जैसे नामों को टिकट देने का निर्णय किसका था और फिर अपराधियों की आलोचना करना न्याय कैसे है? एजाज का कहना है कि जनता समझ चुकी है कि अपराध और अपराधियों को संरक्षण किसके द्वारा किया जाता है।

ADR रिपोर्ट: आंकड़ों की भाषा

ADR की रिपोर्ट के अनुसार बिहार की वर्तमान मंत्रिपरिषद में 72 प्रतिशत (23/32) मंत्रियों ने अपनी झूठेबाजियों में आपराधिक मामले घोषित किए हैं और 53 प्रतिशत (17 मंत्री) ने गंभीर आपराधिक मामलों की स्वीकृति दी है। ([ADR India][1]) इस रिपोर्ट को एजाज अहमद ने मुख्य प्रमाण स्वरूप पेश किया और कहा कि यदि विपक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने का अधिकार है, तो सत्ता पक्ष को भी दोषों का जवाब देना चाहिए।

डर क्यों और भरोसा तेजस्वी पर

एजाज ने यह भी कहा कि जब 37-वर्षीय युवा नेता तेजस्वी यादव को जनता का भरोसा मिलता है तो BJP–JDU बेचैन हो जाती है और डर काहे का जैसे बयानबाजी करती है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता तेजस्वी में विश्वास इसलिए करती है क्योंकि वे हर घर रोजगार महिलाओं की गरिमा और स्वच्छ शासन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एजाज ने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में परिवर्तन अवश्य होगा।