पश्चिम चंपारण। एक दिन पहले मौन व्रत रखने के बाद जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आज एक बार फिर बिना नाम लिए चुनाव आयोग और एनडीए पर हमला किया। बिहार में लगभग 240 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ चुकी जनसुराज पार्टी को एक भी सीट हासिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि 2 साल में जनसुराज ने लाखों का परिवार बना लिया उसके बाद भी पार्टी को सफलता नहीं मिली। पीके ने सफलता नहीं मिलने का कारण वोट खरीदने का आरोप लगाया।

वोट खरीद लिया गया

प्रशांत किशोर ने कहा बिहार में लोकतंत्र के साथ एक बहुत बड़ा अन्याय हुआ है। हम चंद लोगों ने यहां से पैदल चलना शुरू किया था और देखते ही देखते 2 सालों में जन सुराज लाखों लोगों का परिवार बन गया। बिहार में लाखों लोगों के मन में यह आशा रही कि बिहार भी बदल सकता है। सभी को स्वतंत्र होकर वोट डालने का अधिकार होना चाहिए लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि समाज के गरीब लोगों का वोट खरीद लिया गया है।

मौन उपवास पर बैठे रहे

एक दिन पहले ही विधानसभा चुनाव में जनसुराज पार्टी की हार के बाद प्रशांत किशोर मौन व्रत पर बैठे। प्रशांत किशोर पश्चिमी चंपारण के भितिहरवा गांधी आश्रम में 24 घंटो से मौन उपवास पर बैठे रहे और पार्टी की हार के लिए आत्ममंथन भी किया। मौन व्रत पर बैठे प्रशांत की तस्वीर भी सामने आई थी।