कुंदन कुमार/पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा इन दिनों प्रशासनिक सख्ती के मूड में नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मंगलवार को पूरे बिहार के अंचल अधिकारी (CO) डीसीएलआर और एडीएम (रेवेन्यू) को राजधानी पटना तलब किया।

ज्ञान भवन में चली परफॉर्मेंस की परख

पटना के ज्ञान भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री विजय सिन्हा ने एक-एक अंचल अधिकारी के कार्यों की गहन समीक्षा की। बैठक के दौरान अधिकारियों के पेंडिंग मामलों भूमि विवादों और राजस्व कार्यों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की मौके पर ही कड़ी क्लास लगाई गई।

पालीगंज के सीओ की गैरहाजिरी पर फूटा गुस्सा

समीक्षा के दौरान पालीगंज अंचल अधिकारी की अनुपस्थिति पर मंत्री विजय सिन्हा नाराज हो गए। जब बताया गया कि सीओ छुट्टी पर हैं तो मंत्री ने सवाल किया कि बिना अनुमति छुट्टी कैसे ली गई। उन्होंने तुरंत संबंधित सीओ से शो-कॉज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।

बाढ़ का बहाना पड़ा भारी

एक अन्य नॉन-परफॉर्मर सीओ ने काम न होने का कारण बाढ़ को बताया। इस पर मंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या बाढ़ से सिर्फ आपका ही काम प्रभावित हुआ था? उन्होंने डीसीएलआर और एडीएम की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए चेताया कि समीक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

31 दिसंबर तक अंतिम मौका

मंत्री विजय सिन्हा ने स्पष्ट किया कि विभाग को भू-माफियाओं के खिलाफ मजबूती से कार्रवाई करनी होगी। डीसीएलआर को मामलों की गहन समीक्षा और सीओ को सहयोग देने का निर्देश दिया गया। साथ ही कहा गया कि पुलिस स्तर पर लापरवाही मिलने पर डीजीपी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। सभी सीओ को 31 दिसंबर तक पेंडिंग मामलों के निपटारे का अंतिम मौका दिया गया है। नए साल में फिर से समीक्षा होगी।