कुंदन कुमार/ पटना। बिहार में पुलिस विभाग से जुड़ा एक बड़ा और सख्त निर्णय सामने आया है। डीजीपी विनय कुमार ने आदेश जारी कर स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी भी परिस्थिति में पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के साथ सेल्फी लेना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। चाहे आम जनता हो या मीडियाकर्मी, यहां तक कि शिष्टाचार मुलाकात के दौरान भी किसी को सेल्फी लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
गलत इस्तेमाल कर रहे
डीजीपी द्वारा जारी इस आदेश में कहा गया है कि हाल के दिनों में शिकायतें सामने आई थीं कि कुछ लोग पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के साथ सेल्फी लेकर उनका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। बताया गया कि कुछ लोग अधिकारियों से करीबी संबंध दिखाने के लिए उन तस्वीरों का उपयोग करते थे और फिर उस आधार पर गलत काम करवाने का दबाव डालते थे। यह स्थिति पुलिस की कार्यप्रणाली और अनुशासन के लिए चुनौती बन रही थी।
अधिकारियों को निर्देशित किया
डीजीपी ने अपने पत्र में राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों और अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस आदेश का कड़ाई से पालन कराएं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई अधिकारी इस नियम की अनदेखी करता है तो उसके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
अब ऐसा नहीं कर पाएंगे
इस आदेश के लागू होने के बाद पुलिस अधिकारियों और कर्मियों पर दबाव बनाने की कोशिश करने वालों की राह मुश्किल हो जाएगी। खासकर वे लोग, जो पुलिस के नाम का गलत इस्तेमाल कर अपने स्वार्थ साधते थे, अब ऐसा नहीं कर पाएंगे।
यह बेहद ज़रूरी कदम है
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह निर्णय भले ही आम लोगों को असुविधाजनक लगे, लेकिन पुलिस की साख और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए यह बेहद ज़रूरी कदम है। वहीं, कई लोग इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ लोगों का मानना है कि इससे जनता और पुलिस के बीच दूरी बढ़ सकती है।
छवि को लेकर समझौता नहीं करेगी
बहरहाल, यह आदेश साफ संकेत देता है कि बिहार पुलिस अपने छवि और कार्यप्रणाली को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। डीजीपी विनय कुमार के इस सख्त कदम को बिहार पुलिस की कार्यशैली में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ाने वाला कदम माना जा रहा है।
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