पटना। बिहार में नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री नियुक्त किए गए मेवालाल चौधरी ने पदभार ग्रहण करने के चंद घंटे बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. कयास लगाए जा रहे हैं कि सबौर कृषि विश्वविद्यालय में उनके कुलपति रहते लगे भ्रष्टाचार के आरोप के मद्देनजर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है.

आजाद भारत के इतिहास में शायद पहली बार होगा कि पद ग्रहण करने के चंद घंटों बाद मंत्री इस्तीफा दे. यह इतिहास कहीं और नहीं बल्कि बिहार में रचा गया है, जहां तीन दिन पहले मंत्री पद की शपथ लेने वाले तारापुर से जनता दल यूनाइटेड के विधायक मेवालाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने के चंद घंटे के भीतर अपना इस्तीफा दे दिया. और राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया.

मंत्री के इस्तीफे पर उठे सवाल के बीच जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने बयान जारी कर इसे एक तरफ शुचिता का उच्च मापदंड बताया वहीं दूसरी ओर राजद के नेता तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी पर निशाना साधते हुए इस्तीफा देने की बात कही.

बता दें कि तारापुर से विधायक मेवाला चौधरी पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए सहायक अध्यापक सह जूनियर वैज्ञानिक की भर्ती में हुई धांधली करने का आरोप लगा था. इस मामले में सबौर थाना में डॉ. मेवालाल चौधरी पर प्राथमिकी भी दर्ज करवाया गया था. हालांकि. अभी फिलहाल वह हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत पर हैं. इसके अलावा राजनीति में सक्रिय रहीं पत्नी नीता चौधरी की 2019 में रसोई गैस सिलेंडर में आग लगने से झुलसने पर हुई मौत पर भी मेवालाल से पूछताछ की मांग की जाती रही है.