पटना/समस्तीपुर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से पहले समस्तीपुर जिले की रोसड़ा विधानसभा सीट पर बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है। महागठबंधन (Mahagathbandhan) के एक प्रमुख घटक दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के उम्मीदवार लक्ष्मण पासवान का नामांकन तकनीकी त्रुटि के कारण रद्द कर दिया गया है। इस फैसले के बाद कांग्रेस के खेमे में खुशी की लहर है क्योंकि अब मैदान में उसका रास्ता कुछ हद तक साफ माना जा रहा है।

नामांकन जांच के दौरान रद्द हुआ फॉर्म

निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक नामांकन पत्रों की जांच के दौरान Form 26 में गलती पाई गई थी। यही कारण रहा कि लक्ष्मण पासवान का नामांकन अस्वीकार कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सभी फॉर्म की जांच पूरी पारदर्शिता और नियमों के तहत की गई है। किसी भी उम्मीदवार के साथ भेदभाव नहीं हुआ।लक्ष्मण पासवान ने 17 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल किया था जबकि उन्हें पार्टी का सिंबल एक दिन पहले ही मिला था। रद्द किए जाने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें सुबह 11 बजे तक फॉर्म में सुधार कर पुनः जमा करने की अनुमति दी गई थी और उन्होंने समय से पहले संशोधित फॉर्म भी जमा कर दिया था। बावजूद इसके निर्वाचन अधिकारी ने इसे अस्वीकृत कर दिया।

महागठबंधन में बढ़ी सिरदर्दी

रोसड़ा सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है। यहां महागठबंधन के दो दल कांग्रेस और CPI आमने-सामने थे क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया था। अब CPI उम्मीदवार के बाहर होने से कांग्रेस को सीधा फायदा मिलने की संभावना है। हालांकि महागठबंधन के अंदरूनी असंतोष की भी खबरें सामने आ रही हैं। लक्ष्मण पासवान की पकड़ दलित और मजदूर वर्ग में मजबूत थी और उनके मैदान से बाहर होने से इन वोटों पर असर पड़ सकता है।

CPI समर्थकों में नाराजगी

नामांकन रद्द होने के बाद CPI कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गुस्सा देखा गया। उनका आरोप है कि यह निर्णय तकनीकी कारण के नाम पर लिया गया ताकि दूसरे दल को लाभ पहुंचाया जा सके। जिला इकाई ने इस पर चुनाव आयोग से पुनर्विचार की मांग की है और आगे की रणनीति पर विचार कर रही है।

चिराग पासवान की पार्टी पर भी गिरी गाज

इससे पहले छपरा जिले की मढ़ौरा सीट से लोजपा (रामविलास) की प्रत्याशी सीमा सिंह का नामांकन भी रद्द किया गया था। अब CPI उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने से बिहार चुनाव में नए राजनीतिक समीकरण बनते दिख रहे हैं।