पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार के बीच मोकामा सीट से एक बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है। यहां डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि दोनों नेताओं ने चुनाव आयोग की अनुमति से अधिक वाहनों के साथ रोड शो निकाला। पुलिस ने कई गाड़ियां जब्त कर ली हैं और चुनाव प्रचार आयोजकों पर भी कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस अधिकारी ने मामले की पुष्टि

पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने इस पूरे मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि रोड शो में शामिल गाड़ियों की संख्या निर्धारित सीमा से काफी अधिक थी, जिससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चुनाव प्रचार आयोजकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।

10 गाड़ियों की अनुमति शामिल हुईं 48

सूत्रों के अनुसार सोमवार को मोकामा विधानसभा क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थन में रोड शो आयोजित किया गया था। अनंत सिंह इस समय दुलारचंद यादव हत्याकांड में बेऊर जेल में बंद हैं। उनकी अनुपस्थिति में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने संभाली। दोनों नेता सोमवार को पंडारक से मोकामा तक लगभग 30 किलोमीटर लंबे रोड शो में शामिल हुए। वे ओपन जिप्सी में सवार थे और उनके पीछे गाड़ियों का लंबा काफिला चल रहा था। नियम के अनुसार, रोड शो में सिर्फ 10 गाड़ियों की अनुमति थी, लेकिन मौके पर करीब 48 गाड़ियां देखी गईं। इसी को आधार बनाकर प्रशासन ने आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया।

पुलिस ने जब्त की कई गाड़ियां

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि रोड शो में शामिल बिना अनुमति वाली गाड़ियों को जब्त कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अराजकता या नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आचार संहिता सब पर समान रूप से लागू होती है, चाहे कोई कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो।

ललन सिंह ने अनंत सिंह के लिए मांगा समर्थन

रोड शो के दौरान केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने जनता से एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह के पक्ष में वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा बिहार में मोदी-नीतीश की जोड़ी विकास की गारंटी है। हम सब नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA को दोबारा मजबूत करने निकले हैं। ललन सिंह ने यह भी कहा कि अनंत सिंह के खिलाफ दर्ज हत्या का मामला एक साजिश है। उन्होंने कहा, इस घटना के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि सब कुछ सोची-समझी योजना के तहत हुआ। पुलिस जांच कर रही है, और मैं आग्रह करता हूं कि साजिशकर्ताओं के चेहरे सामने लाए जाएं।

मोकामा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इस बीच मोकामा में BSF की टुकड़ियां लगातार फ्लैग मार्च कर रही हैं ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। प्रशासन ने क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं। वहीं, चुनाव आयोग ने प्रशासनिक स्तर पर भी बड़ा बदलाव किया है। IPS अपराजित लौहान को पटना ग्रामीण एसपी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले विक्रम सिहाग इस पद पर तैनात थे, लेकिन दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद उन्हें हटा दिया गया था।

राजनीतिक हलचल तेज

इस पूरे घटनाक्रम के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष इसे सत्ता पक्ष की बेतहाशा शक्ति प्रदर्शन की मिसाल बता रहा है, वहीं एनडीए नेताओं का कहना है कि यह प्रशासनिक अति-सक्रियता है। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग की आगे की कार्रवाई क्या रुख लेती है, लेकिन इतना तय है कि मोकामा सीट एक बार फिर बिहार की सियासी सुर्खियों में आ गई है।