पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के बीच तस्वीर लगभग साफ होती जा रही है। रुझानों से यह साफ संकेत मिल रहा है कि इस बार का जनादेश विकास और स्थिरता के पक्ष में गया है। राज्य की 243 सीटों पर जारी काउंटिंग में NDA 190 सीटों पर आगे है, जबकि महागठबंधन सिर्फ 50 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। बाकी सीटों पर निर्दलीय और छोटे दल आगे चल रहे हैं। JDU ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज विपक्ष की बकवास हार रही है… बिहार का विकास जीत रहा है। आज कोई एक नहीं, पूरा बिहार जीत रहा है।

इस बार 86 सीटों पर लीड कर रही

सबसे बड़ा राजनीतिक उलटफेर JDU के पक्ष में दिखाई दे रहा है। पिछली बार 43 सीटों पर सिमटी रही पार्टी इस बार 86 सीटों पर लीड कर रही है, जिससे साफ है कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता और संगठन की पकड़ अभी भी मजबूत बनी हुई है। रुझानों के आधार पर यह लगभग तय माना जा रहा है कि नीतीश सरकार की एक बार फिर वापसी हो सकती है। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के बड़े चेहरे भी मिले-जुले परिणामों का सामना कर रहे हैं।

बढ़त बनाए हुए है

राघोपुर से तेजस्वी यादव अपने NDA प्रतिद्वंद्वी सतीश यादव पर बढ़त बनाए हुए हैं। उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव महुआ से पीछे चल रहे हैं। सम्राट चौधरी तारापुर से मजबूत लीड में हैं। रघुनाथपुर से ओसामा (शहाबुद्दीन के पुत्र) आगे चल रहे हैं। छपरा से खेसारी लाल यादव पीछे चल रहे हैं। इस बीच प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का खाता खुलने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। जबकि निर्दलीय समेत अन्य उम्मीदवार 3 सीटों पर आगे हैं।

नया रिकॉर्ड बनाया

दिलचस्प बात यह है कि इस बार मतदान प्रतिशत ने भी नया रिकॉर्ड बनाया। दो चरणों में हुए चुनाव में 67.10% वोटिंग हुई, जो 2020 की तुलना में लगभग 10% अधिक है। यह बताता है कि जनता पूरे उत्साह के साथ लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल हुई। कुल मिलाकर रुझान साफ है — इस बार न सिर्फ NDA, बल्कि पूरा बिहार जीतता दिख रहा है, और विपक्ष की रणनीतियाँ बैकफुट पर नजर आ रही हैं।