पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से पहले राज्य का सियासी माहौल गर्मा गया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह के विवादित बयान ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। सुनील सिंह के खिलाफ पटना साइबर थाना में FIR दर्ज की गई है। उन्होंने कथित रूप से कहा था अगर मतगणना में गड़बड़ी हुई तो बिहार में भी नेपाल जैसा नजारा देखने को मिलेगा। उनके इस बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।

प्रशासन ने लिया संज्ञान

पटना पुलिस ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान के आधार पर कार्रवाई की है। साइबर थाना में दर्ज FIR में भड़काऊ और हिंसक बयान देने के आरोप लगाए गए हैं। राजद नेता सुनील सिंह के खिलाफ BNS की धारा 174, 353, 352, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123(4) और 125, तथा IT एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अशांति फैलने की संभावना

पुलिस के अनुसार, उनके बयान से समाज में वैमनस्य, घृणा और अशांति फैलने की संभावना बनती है। चुनावी माहौल को देखते हुए प्रशासन इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश मान रहा है।

पुलिस रिपोर्ट में क्या कहा गया है?

पटना साइबर थाना में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 13 नवंबर की शाम करीब 4:10 बजे उन्हें सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म पर सुनील सिंह का बयान देखने को मिला।
बयान को भड़काऊ मानते हुए तत्काल वरीय अधिकारियों को सूचित किया गया और उसके बाद FIR दर्ज कर ली गई। फिलहाल, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की जांच जारी है।

मतगणना से पहले प्रशासन अलर्ट मोड में

14 नवंबर को होने वाली मतगणना से पहले प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। चुनाव आयोग और जिला प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोई भी व्यक्ति अगर मतगणना प्रक्रिया की शुचिता पर सवाल उठाने या हिंसा भड़काने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाएगी

पटना पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह मामला साइबर अपराध और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम से जुड़ा है, इसलिए सभी डिजिटल सबूतों को सुरक्षित कर जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि चुनावी माहौल को बिगाड़ने की हर कोशिश पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाएगी।