पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को करारी शिकस्त मिली है. पार्टी को बिहार चुनाव में एक सीट ही मिला है. पार्टी की हार के बाद लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा है कि हमें 25 लाख लोगों का प्यार मिला है. बिहार के लोगों ने हमें अपना बहुमूल्य वोट दिया है. उन्होंने कहा कि हम राज्य में नीतीश कुमार को समर्थन नहीं देंगे, लेकिन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्थन जारी रहेगा.
लोजपा नेता प्रमुख ने कहा कि बिहार की जनता द्वारा दिए गए प्यार से खुश हूं. करीब 25 लाख मतदाताओं ने ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ पर भरोसा किया और अकेले चुनाव लड़ते हुए हमने 6 फीसदी वोट हासिल किए. हमें समझा जाता था जो केवल दूसरे के समर्थन से कुछ कर सकती है. लेकिन हमने साहस दिखाया है.
जो लोग आज की तारीख में सत्ता में है, भ्रष्टाचार कहां हुआ कितना हुआ उसको उजागर करने की जिम्मेदारी उनके ऊपर है. ये मैंने स्पष्ट किया हुआ है कि अगर नीतीश कुमार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते हैं तो उसका समर्थन एलजेपी नहीं करेगी.
एनडीए को तो नहीं पर जेडीयू को ‘डेंट’ करना जरूर हमारा लक्ष्य था और उस लक्ष्य पर मैंने मज़बूती से काम किया है. इसका नुकसान भाजपा को नहीं हो इस पर भी मैंने निरंतर काम किया। जो हमारा लक्ष्य था कि भाजपा को ज्यादा सीटों पर जीत मिले और जेडीयू को नुकसान हो वो हमने हासिल किया है.
गौरतलब है कि एलजेपी ने बिहार की 134 सीटों पर प्रत्याशी उतारा था लेकिन उन्हें महज एक सीट पर ही जीत मिली. लेकिन 54 सीटों पर राजनीतिक दलों का सियासी खेल बिगाड़ दिया है. एलजेपी ने एनडीए के 30 सीटों और महागठबंधन को 24 सीटों पर नुकसान पहुंचाया है. एलजेपी ने बीजेपी के 22 बागी प्रत्याशियों को टिकट देकर जेडीयू के खिलाफ उतारा था. इनमें से एक भी बागी जीत नहीं सके, लेकिन जेडीयू को भारी नुकसान पहुंचाया. बिहार में जेडीयू को 25 सीटों पर एलजेपी के चलते हार का सामना करना पड़ा है. बीजेपी को एक सीट और वीआईपी को 4 सीटों पर नुकसान पहुंचाया.