बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों की तस्वीर अब लगभग साफ हो गई है। 243 सीटों पर आए रुझानों में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्लीन स्वीप की तरफ मजबूती से बढ़त बना ली है। शुरुआती गणना के बाद एनडीए 201 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि महागठबंधन महज 36 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। यह अंतर बताता है कि जनता ने इस बार स्पष्ट रूप से सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि स्थिरता और नेतृत्व पर भरोसा जताया है।
आकड़ों को छूने की ओर बढ़ रही
इस चुनाव में सबसे बड़ा फायदा जनता दल यूनाइटेड (JDU) को होता दिख रहा है। पिछली बार 43 सीटों पर रुकने वाली नीतीश कुमार की पार्टी इस बार 75 से ऊपर की आकड़ों को छूने की ओर बढ़ रही है। इस बढ़त ने साफ संकेत दे दिए हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर, 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) 91 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। गठबंधन में भाजपा का यह सबसे दमदार प्रदर्शन माना जा रहा है।
26 सीटों पर आगे चल रहा
महागठबंधन की बात करें तो राजद 26 सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि कांग्रेस 61 सीटों में से सिर्फ 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी और मुकेश सहनी की पार्टी का खाता अब तक नहीं खुला है, जिससे नए दलों की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
महुआ सीट से पीछे चल रहे
बड़े चेहरों पर नजर डालें तो राघोपुर से तेजस्वी यादव ने बढ़त बना ली है, वहीं उनके भाई तेजप्रताप यादव महुआ सीट से पीछे चल रहे हैं। भाजपा नेता सम्राट चौधरी तारापुर से बढ़त बनाए हुए हैं। पवन सिंह की पत्नी कराकाट से लगातार पीछे चल रही हैं।
2020 के मुकाबले लगभग 10% अधिक
इस बार दो चरणों में हुई वोटिंग में 67.10% मतदान दर्ज हुआ, जो 2020 के मुकाबले लगभग 10% अधिक है। यह रिकॉर्ड मतदान जनता की मजबूत राय और स्पष्ट जनादेश की ओर इशारा करता है। कुल मिलाकर, रुझानों से यह साफ है कि बिहार की सत्ता पुनः एनडीए के हाथ में जा रही है और राज्य एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई पारी शुरू करने की तैयारी में है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

