पटना। राज्य में करीब 50 लाख घरेलू उपभोक्ताओं पर लंबित बिजली बिल का बड़ा बोझ है। बिजली कंपनियों के अनुसार इन उपभोक्ताओं पर 9,500 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। इसमें साउथ बिहार बिजली कंपनी पर 6,000 करोड़ और नॉर्थ बिहार बिजली कंपनी पर 3,500 करोड़ की बकाया राशि दर्ज है। कुल मिलाकर राज्य में उपभोक्ताओं पर लगभग 15,000 करोड़ रुपये का बकाया बताया गया है। कंपनियों का कहना है कि बकाया नहीं मिलने से बिजली खरीद और भुगतान में दिक्कतें बढ़ रही है।
वसूली अभियान, बकायेदारों की कट रही सप्लाई
126 यूनिट मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने पुराने बिल जमा नहीं किए। इसे देखते हुए कंपनियों ने राज्यव्यापी वसूली अभियान शुरू किया है। हर सेक्शन में टीमों को भेजकर बकाया बिल की वसूली की जा रही है। भुगतान नहीं करने पर बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है। दिसंबर में अब तक 1,02,189 उपभोक्ताओं की बिजली काटी गई जिनमें साउथ बिहार के 54,356 और नॉर्थ बिहार के 47,833 उपभोक्ता शामिल है। इस कार्रवाई का निर्देश ऊर्जा सचिव मनोज कुमार सिंह ने समीक्षा बैठक में दिया था।
ब्याज और किस्त सुविधा
बकाया राशि पर कंपनी 18% सालाना (1.5% मासिक) ब्याज वसूलती है जिससे बिल लगातार बढ़ता जाता है। कंपनी के अनुसार 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ तभी मिलेगा जब पुराना बकाया जमा कर दिया जाए। जरूरत पड़ने पर उपभोक्ता किस्त में भुगतान के लिए कार्यपालक अभियंता के पास आवेदन कर सकते हैं।
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