पटना। बिहार में लावारिस कुत्तों की बढ़ती समस्या से निजात दिलाने के लिए नीतीश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य के ग्रामीण इलाकों में स्ट्रीट डॉग्स के आतंक को नियंत्रित करने और उन्हें सुरक्षित आश्रय देने के उद्देश्य से सभी जिलों में डॉग पाउंड बनाए जाएंगे। इस संबंध में पंचायती राज विभाग के सचिव मनोज कुमार ने सभी उप विकास आयुक्तों को पत्र जारी कर डॉग पाउंड के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित करने का निर्देश दिया है।
जिला परिषद करेगी निर्माण
बताया जा रहा है कि डॉग पाउंड का निर्माण जिला परिषदों के माध्यम से किया जाएगा। इसका डिजाइन और प्राक्कलन जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा तैयार किया जाएगा। इन डॉग पाउंड्स में ग्रामीण क्षेत्रों से पकड़े गए लावारिस कुत्तों को रखा जाएगा। निर्माण पर आने वाला पूरा खर्च षष्टम राज्य वित्त आयोग की सामान्य निधि से वहन किया जाएगा।
जारी होंगे हेल्पलाइन नंबर
लोगों की सुविधा के लिए जिला परिषद स्तर पर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे ताकि स्ट्रीट डॉग्स से जुड़ी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई हो सके। इसके साथ ही इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
जन-जागरूकता पर विशेष जोर
सरकार ने स्पष्ट किया है कि स्ट्रीट डॉग्स की समस्या से निपटने में जन-जागरूकता अहम भूमिका निभाएगी। इसके लिए ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। वार्ड सभा और ग्राम सभा की बैठकों में इस विषय पर विशेष चर्चा होगी। लोगों से अपील की जाएगी कि शादी-विवाह, त्योहार या सार्वजनिक कार्यक्रमों के बाद बचे हुए भोजन को खुले में न फेंकें और कचरा निस्तारण के प्रभावी उपाय अपनाएं।
नोडल पदाधिकारी किए गए तय
इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर जिला पंचायत राज पदाधिकारी, प्रखंड स्तर पर प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी और ग्राम पंचायत स्तर पर पंचायत सचिव को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
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