अविनाश श्रीवास्तव / सोहराब आलम/सासाराम / मोतिहारी, पूर्वी चंपारण।
आज बिहार के ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड बैंक का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक मौके पर पूरे राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें सासाराम और मोतिहारी मुख्य केंद्र रहे। सासाराम के फजलगंज स्थित मल्टीपरपज हॉल में जीविका से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं की मौजूदगी में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जीविका संस्थाओं के बैंक खातों में 105 करोड़ की राशि स्थानांतरित की। इस राशि का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सस्ती ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह योजना केंद्र और बिहार सरकार के सामूहिक प्रयास से संभव हो सकी है।

कार्यक्रम में शामिल जीविका दीदी पूजा देवी ने प्रधानमंत्री की इस पहल पर कहा यह कदम हम महिलाओं के लिए बहुत हौसला बढ़ाने वाला है। अब हमें छोटे-छोटे कामों के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी सराहना की, जिन्होंने हमेशा जीविका से जुड़ी बहनों पर विशेष ध्यान दिया है।

मोतिहारी में भी रहा कार्यक्रम का व्यापक असर

पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में भी इस मौके पर बड़ा आयोजन हुआ। यहां की जीविका दीदियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और प्रधानमंत्री का लाइव संबोधन सुना। लेकिन इसी कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में विपक्ष, विशेषकर राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा जो लोग माँ भारती को गाली दे सकते हैं, उनके लिए प्रधानमंत्री की माँ को अपशब्द कहना कोई बड़ी बात नहीं है। यह उनके लिए बाएं हाथ का खेल है। पीएम ने इस दौरान स्पष्ट किया कि माताओं का अपमान देश का अपमान है और जनता इसका जवाब देगी।

बीजेपी का बड़ा ऐलान: बिहार बंद

प्रधानमंत्री के इस संबोधन के तुरंत बाद, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने मीडिया के समक्ष घोषणा की कि पार्टी कल यानी 3 सितंबर को दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक बिहार बंद का आयोजन करेगी। इसका उद्देश्य विपक्ष द्वारा प्रधानमंत्री की मां पर की गई अभद्र टिप्पणी का विरोध करना है। उन्होंने कहा हम यह अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। जनता अब जवाब देगी।

राजनैतिक रंग में रंगा सामाजिक कार्यक्रम

जहां एक ओर जीविका बैंक की शुरुआत से राज्य की लाखों महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूती मिलने जा रही है, वहीं दूसरी ओर यह मंच अब सियासी जंग का भी अखाड़ा बनता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री के भावनात्मक संबोधन और विपक्ष पर आरोपों के बाद बिहार की राजनीति में एक बार फिर से उबाल आ गया है।

बीजेपी जहां पूरे राज्य में बंद कराने की तैयारी में जुट गई है, वहीं विपक्ष की ओर से भी पलटवार की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि जीविका योजना की यह ऐतिहासिक शुरुआत आने वाले दिनों में राजनीति की भेंट तो नहीं चढ़ जाएगी।