कुदंन कुमार मुंबई/पटना। बिहार की धरती ने एक बार फिर संगीत जगत में अपना परचम लहराया है। समस्तीपुर में जन्मी और पटना में पली-बढ़ी कंचन पार्वती ने भारत के सबसे बड़े म्यूज़िक लेबल टी-सीरीज़ के साथ अपने संगीत करियर की शानदार शुरुआत की है। उन्होंने पद्मश्री अनूप जलोटा के साथ भजन ‘श्याम रंग प्यारा है’ गाया है, जिसे क्षितिज कुमार ने लिखा है। जन्माष्टमी पर रिलीज़ हुआ यह भजन श्रोताओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

जानें कैरियर के बारे में

कंचन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पीसीएस स्कूल, पटना से और स्नातक की पढ़ाई पटना कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में की। इसके बाद उन्होंने सेंट ज़ेवियर्स कॉलेज, कोलकाता से विज्ञापन एवं जनसंपर्क में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की। पेशेवर जीवन में वे सोशल मीडिया और पत्रकारिता के कई संस्थान में कार्य कर चुकी हैं।

पद्मश्री अनूप जलोटा की शिष्या है कंचन

संगीत की प्रेरणा उन्हें अपने पिता से मिली, जो खुद भी एक गायक हैं और बिहार इंटर काउंसिल में कार्यरत रहे हैं। कंचन की मां गृहिणी हैं और परिवार के अपार सहयोग के साथ कंचन ने संगीत में अपना सफर आगे बढ़ाया। वे पद्मश्री अनूप जलोटा की शिष्या हैं और उनके साथ कई मंचों पर प्रस्तुति दे चुकी हैं, जिसमें इस साल फरवरी में पटना के गांधी मैदान में आयोजित महाशिवरात्रि महायज्ञ भी शामिल है।

गीत ‘महाकुंभ’ भी रिलीज़ हो चुका है

इससे पहले उनका गीत ‘महाकुंभ’ भी रिलीज़ हो चुका है। वर्तमान में वे मुंबई में रहकर बड़े कलाकारों के साथ काम कर रही हैं। कंचन का सपना है कि वे भारत की शीर्ष गायिकाओं में अपना नाम दर्ज कराएं। ‘श्याम रंग प्यारा है’ की सफलता न केवल कंचन के लिए, बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय है।

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