कुंदन कुमार/ पटना। फरवरी 2024 में बिहार की राजनीति में उस वक्त हलचल मच गई थी जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन छोड़कर भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया था। इस राजनीतिक बदलाव के बाद विधानसभा में विश्वास मत के दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त की चर्चाएं तेज हो गई थीं। अब इस मामले में पूर्व मंत्री बीमा भारती समेत चार लोगों को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने नोटिस जारी किया है।

पूछताछ के लिए बुलाया

EOU द्वारा नोटिस पाने वालों में बीमा भारती, संजय पटेल, प्रमोद कुमार, और सनी कुमार शामिल हैं। पूर्व मंत्री बीमा भारती को 21 जुलाई को आर्थिक अपराध इकाई के पटना कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वर्तमान में बीमा भारती राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से जुड़ी हुई हैं, जबकि फरवरी 2024 में वह जनता दल यूनाइटेड (JDU) में थीं।

क्या है पूरा मामला?

यह मामला उस समय का है जब विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग होनी थी। आरोप है कि राजद से जुड़े कुछ लोगों ने जदयू के विधायकों को पैसे का लालच देकर वोटिंग से दूर रहने के लिए कहा था। जदयू विधायक सुधांशु शेखर ने इस मामले में कोतवाली थाना, पटना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके ही पार्टी के एक विधायक ने उन्हें संपर्क कर यह प्रस्ताव दिया था।

चार लोगों को नोटिस जारी

पटना पुलिस ने मामले की प्राथमिक जांच के बाद इसे आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दिया। जांच में कई तकनीकी और मौखिक साक्ष्य सामने आए हैं, जिसके आधार पर अब चार लोगों को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।

पूछताछ में होंगी बीमा शामिल?

अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या बीमा भारती 21 जुलाई को पूछताछ के लिए EOU कार्यालय पहुंचेंगी या नहीं। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं, EOU के सूत्रों का कहना है कि यदि संबंधित व्यक्ति समय पर पेश नहीं होते हैं, तो अगली कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई द्वारा की जा रही है, और आने वाले दिनों में इसमें और कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं।