पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को मिले प्रचंड जनादेश के बाद सरकार गठन की गतिविधियां तेजी से आगे बढ़ने लगी हैं। इसी सिलसिले में जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री पद से लेकर विभागों के बंटवारे तक पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। संजय झा और ललन सिंह की मुलाकात के तुरंत बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शाह के आवास पहुँचे।
शपथ ग्रहण से पहले तैयारियों में तेजी
इससे पहले बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और सह प्रभारी विनोद तावड़े भी अमित शाह से मिल चुके हैं। इन बैठकों में चुनाव नतीजों की समीक्षा और नई सरकार की रूपरेखा को अंतिम रूप देने पर मंथन हुआ। सूत्रों का कहना है कि 22 नवंबर से पहले शपथ ग्रहण की पूरी रणनीति तय कर ली जाएगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अंतिम तारीख घोषित की जाएगी।
नीतीश के इस्तीफे का इंतजार
मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी तक औपचारिक रूप से राज्यपाल को इस्तीफा नहीं सौंपा है। उनके इस्तीफे के बाद ही नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। उधर पटना में प्रशासनिक हलचल बढ़ गई है और भाजपा-जेडीयू ने सभी विधायकों को राजधानी पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
अगले सप्ताह राजनीतिक बैठकों की भरमार
सूत्रों के मुताबिक आने वाले सप्ताह में जेडीयू, भाजपा, हम और आरएलएम के विधायक दल की बैठकें होंगी, जिनमें नेता का चयन और नए समीकरणों पर चर्चा की जाएगी। एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक मुख्यमंत्री आवास पर होने की संभावना है, जहां नीतीश कुमार को फिर से नेता चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है।
एनडीए को मिला रिकॉर्ड जनादेश
इस चुनाव में भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि जेडीयू और अन्य सहयोगियों को मिलाकर एनडीए की कुल सीटें 174 तक पहुंच गई। दूसरी ओर महागठबंधन बुरी तरह पिछड़ गया, जहां राजद को 25 और कांग्रेस को केवल 6 सीटें मिलीं।
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