नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव से पहले सीटों को लेकर एनडीए के घटक दलों में उठापटक शुरू हो गई है. इस कड़ी में रविवार को बिहार के एनडीए के घटक दलों की लंबी बैठक के बाद 17-17-6 का फार्मूला तय किया गया, जिसमें भाजपा और जदयू 17-17 तो लोक जनशक्ति पार्टी 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा लोजपा के प्रमुख रामविलास पासवान को एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा में भेजा जाएगा.

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में सीटों के बंटवारे से नाराज होकर एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस नीत महागठबंधन का हाथ थाम लिया है. इसके बाद लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान के ट्वीट से मची हलचल के बाद आनन-फानन में बिहार एनडीए घटक दलों की रविवार को बैठक हुई, जिसमें सीटों के बंटवारे का फैसला लिया गया.

बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मीडिया को बताया कि तीनों पार्टियों के नेताओं में मिलकर बैठकर प्रारूप फाइनल किया. लंबी चर्चा के बाद यह तय हुआ है कि भाजपा 17, जदयू 17 और लोक जनशक्ति पार्टी 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. रामविलास पासवान एनडीए प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा चुनाव लड़कर संसद में आएंगे. शाह ने कहा कि तीनों पार्टियों ने पूरे बिहार की जमीनी राजनीति हकीकत, राजनीतिक स्थिति, एनडीए की ताकत को देखते हुए यह फैसला लिया है. एनडीए वर्ष 2014 में हासिल किए सीटों से कहीं ज्यादा सीटें 2019 में होेने चुनाव में हासिल करेगी.

वहीं बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के नेता नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा और जदयू गठबंधन ने वर्ष 2009 में हुए चुनाव में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 32 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस लिहाज से 2014 की बजाए हम कह सकते हैं कि 2009 से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए तीनों दल मिलकर सशक्त अभियान चलाएंगे. रामविलास पासवान ने भी पत्रकार वार्ता के दौरान सीटों के सम्मानजनक बंटवारे की बात कहते हुए पहले की तुलना में एनडीए के बिहार में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई.