पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA में सीट बंटवारे को लेकर सियासी लड़ाई तेज हो गई है। जीतनराम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए 20 से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ान बना रखी है। मांझी ने अपने X अकाउंट पर रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता पोस्ट कर साफ इशारा दिया है कि वे अपने हिस्से की सीटों को लेकर कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने लिखा है हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, हम वही खुशी से खाएंगे, परिजन पे असी ना उठाएंगे। इस कविता से यह साफ हो गया कि मांझी सीटों को लेकर समझौता नहीं करेंगे और पार्टी को मान्यता प्राप्त कराना उनकी प्राथमिकता है।

मांझी की मांगें और पार्टी की मान्यता

जीतनराम मांझी ने कहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री की चाह नहीं है। उनकी मुख्य मांग बिहार विधानसभा में अपनी पार्टी को मान्यता प्राप्त कराना है। इसके लिए वे पर्याप्त संख्या में सीटें चाहते हैं। मांझी के मुताबिक हम मान्यता प्राप्त सीटें मांग रहे हैं ताकि हमारी पार्टी को विधानसभा में मान्यता मिल सके। उनका यह रुख NDA के भीतर राजनीतिक दलों के बीच समीकरणों को प्रभावित कर रहा है।

बीजेपी में जारी कैंडिडेट चयन बैठक

वहीं पटना में बीजेपी कार्यालय में कैंडिडेट्स को लेकर बैठक चल रही है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी में सीट बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन पर चर्चा की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी 20 से अधिक सीटें देने को तैयार है, लेकिन लोजपा (चिराग पासवान) की मांग इससे कहीं अधिक है।

चिराग पासवान का मौन और मांगें

चिराग पासवान फिलहाल सीट बंटवारे पर खुलकर कुछ बोलने से बच रहे हैं। बुधवार को पटना में उनसे जब सीट बंटवारे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हालांकि, उन्होंने रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया जिसमें उन्होंने अपने पिता के नारे को दोहराया जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो। चिराग 35 सीटों की मांग कर रहे हैं, जबकि बीजेपी 20+ सीटें देने के पक्ष में है। साथ ही उनकी पार्टी को केंद्र या राज्य के उच्च सदन में भी एक सीट दी जाएगी। इसके अलावा चिराग बड़ा मंत्रालय चाहते हैं।

चिराग की सीटों की डिमांड

चिराग ने खासतौर पर वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में 2-2 सीटों की मांग की है। ये वे इलाके हैं जहां उनकी पार्टी के सांसद पहले से मौजूद हैं। इसके अलावा गोविंदगंज सीट को भी लोजपा (आर) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी के लिए रखा गया है, जो वर्तमान में भाजपा विधायक के कब्जे में है। चिराग को मनाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगल पांडेय उनसे मिल चुके हैं। अंतिम फैसला केंद्र के निर्देश पर लिया जाएगा।

NDA में कोई नाराजगी नहीं

इस बीच, NDA के भीतर किसी भी तरह की नाराजगी से इनकार किया जा रहा है। यूपी के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सभी साथी दल खुश हैं और सीटों के मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत जारी है।

आज दिल्ली में CWC की बैठक

बीजेपी ने इस मामले को लेकर दिल्ली में अपनी केंद्रीय कार्यकारिणी समिति (CWC) की बैठक भी बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा।