पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) को मिली प्रचंड जीत के बाद पटना में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री आवास (CM हाउस) में शनिवार सुबह से ही नेताओं का आना-जाना जारी है। सबसे पहले विजय कुमार चौधरी CM हाउस पहुंचे, उसके बाद चिराग पासवान समेत कई अन्य नेता भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे।

इस दौरान जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और अपने साथ जीते हुए कैंडिडेट की सूची लेकर आए। उनके साथ फुलवारी से नवनिर्वाचित विधायक श्याम रजक भी पहुंचे। मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए श्याम रजक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि बिहार में नेतृत्व का एकमात्र भरोसेमंद चेहरा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। श्याम रजक ने कहा बिहार में दूसरा कोई चेहरा नहीं है, नीतीश कुमार ही विकल्प हैं।

नीतीश कुमार के काम पर लोगों ने विश्वास किया

श्याम रजक ने आगे कहा हम अपने नेता से मिलने आए थे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आम लोगों ने आस्था व्यक्त की है। नीतीश कुमार के काम पर लोगों ने विश्वास किया है। जब उनसे पूछा गया कि शपथ ग्रहण कब होगा तो उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री जी तय करेंगे। नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री चेहरा हैं उनके अलावा कुछ सोचना भी नहीं जा सकता।

आवास पर आगमन जारी रहा

इस दौरान अन्य नेताओं का भी मुख्यमंत्री आवास पर आगमन जारी रहा जिनमें चिराग पासवान, विजय चौधरी, सुनील कुमार, मनीष वर्मा, अरुण मांझी, इंजीनियर शैलेन्द्र, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, कृष्ण कुमार मंटू, ललन सिंह और नितिन नवीन शामिल थे। राजनीतिक हलचल के बीच विनोद तावड़े ने यह कहा था कि सभी पार्टियां एक साथ बैठकर तय करेंगी कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इस पर श्याम रजक ने कहा कौन क्या कहता है, उनसे पूछिए। इसके साथ ही महाराष्ट्र पैटर्न की चर्चा भी शुरू हो गई है, जिस पर श्याम रजक ने कहा इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। आपने महागठबंधन को कितनी सीटें दी थीं, आपलोगों ने देखा है कि उन्हें क्या मिला? जब यह सवाल उठाया गया कि बिना जेडीयू के सरकार बन सकती है, तो श्याम रजक ने करारा जवाब देते हुए कहा यह केवल एक सपना है, जिसकी कोई वास्तविकता नहीं है। उन्होंने दोहराया कि पूरा एनडीए एकजुट है और भारी बहुमत ने यह साबित कर दिया है कि जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही स्थिर सरकार चाहती है। राजनीतिक समीक्षकों के मुताबिक यह बयान बिहार में अगले कुछ दिनों में होने वाली राजनीतिक गतिविधियों के संकेत के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि राज्य में अगला कदम अब मुख्यमंत्री पद को लेकर उठाया जाएगा।