Muzaffarpur Rape Murder Case: मुजफ्फरपुर नाबालिग रेप हत्याकांड को लेकर पूरे बिहार में आक्रोश का माहौल है. घटना को लेकर विपक्षी नेता लगातार बिहार सरकार पर हमलावर है. मामले में अब नीतीश सरकार ने एक्शन लिया है. SKMCH की अधीक्षक को पद से हटाया गया है. वहीं, PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. इसी बीच NDA गठबंधन के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP-R) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने नीतीश सरकार को पत्र लिखा है.

चिराग पासवान ने भी नीतीश सरकार को पत्र लिखकर रेपिस्ट सहित पीएमसीएच के डॉक्टर कर्मचारियों को अपराध की श्रेणी में रखने की मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा- “26 में को मुजफ्फरपुर में 9 वर्षीय दलित बालिका के साथ गैंगरेप और फिर निस्संध हत्या का प्रयास की घटना संपूर्ण व्यवहार को झकजोर दिया है. यह घटना केवल मासूम की हत्या नहीं बल्कि हमारे राज्य की कानून व्यवस्था सामाजिक चेतना और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े करती है.”

केंद्रीय मंत्री ने आगे लिखा, “बच्ची ने 6 दिनों तक जीवन के लिए संघर्ष किया है किंतु 1 जून को पटना के पीएमसीएच में उसने दम तोड़ दिया और दुर्भाग्य बस बच्ची को अस्पताल में भर्ती करने के बजाय 6 घंटे तक उसे एंबुलेंस में ही तड़पते हुए इंतजार करवाया गया. जिन दरिंदों ने उसे मासूम बच्ची की गैंगरेप किया वह जितने दोषी हैं उतने ही दोषी अस्पताल के डॉक्टर और प्रशासनिक स्टाफ भी हैं, जिन्होंने बच्ची को बचाने के लिए जरूरी उपचार देने के बजाय उन्हें एंबुलेंस में ही छोड़ दिया. उसके इलाज में अमूल समय गवा दिया केवल लापरवाही नहीं बल्कि मानवता के विरुद्ध अपराध है.”

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चिराग पासवान ने आखिरी में कहा, “हमारी पार्टी के प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मिलकर हर समय हमने दिलाने का भरोसा दिला चुके हैं, लेकिन जब तक शासन और प्रशासन दोनों स्तरों पर इस घटना से जुड़ी हर दोषी पर सख्त और पारदर्शिक कार्रवाई नहीं होती है तब तक न्याय अधूरा है और यह बर्दाश्त नहीं होगा.”

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