Bihar News: बिहार शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने को लेकर जेडीयू नेता नीरज कुमार का बड़ा बयान आया है. नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार घोषणाओं के लिए नहीं, बल्कि निश्चितता के लिए जाने जाते हैं. नीतीश कुमार जी ने बिहार की अस्मिता को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित किया है.
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि आज नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में संभवतः 22 देशों के छात्र पढ़ रहे हैं. हमने रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं. एक तरफ तेजस्वी यादव के राजनैतिक खानदान ने मात्र 33,000 शिक्षकों की नियुक्ति की, जबकि हमने 6,00,000 शिक्षकों की नियुक्ति की. टीआरई-4 और टीआरई-5 के तहत यह महत्वपूर्ण कदम है.
युवाओं की उम्मीद केवल नीतीश कुमार
उन्होंने कहा कि युवाओं की उम्मीद केवल नीतीश कुमार जी पर टिकी है. इसी कारण उन्होंने यह फैसला लिया कि टीआरई-5 के लिए भी एक अलग परीक्षा आयोजित की जाएगी. यह निश्चित रूप से रोजगार के अवसर प्रदान करने वाला कदम है, जो बिना किसी भ्रष्टाचार और बिना जमीन लिए लागू किया गया. यह देश में एक मिसाल बन गया है.
पीके अलबेले हैं, उनका एक भी बूथ लेवल एजेंट नहीं
नीरज कुमार ने आगे कहा कि लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय है कि प्रत्येक राजनीतिक दल को बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करना था. बिहार में कोई भी राजनीतिक दल बूथ लेवल एजेंट नियुक्त करने में सफल नहीं हो पाया. प्रशांत किशोर अलबेले व्यक्ति हैं जिसमें उनका एक भी बूथ लेवल एजेंट नहीं है. समस्या यह है कि वे बूथ लेवल एजेंट नहीं ढूंढ पाए. जो लोग डबल एपिक नंबर, मृतक के नाम, या दोहरी मतदाता प्रविष्टि जैसे मामलों पर सवाल उठा रहे थे. जैसे, कोई व्यक्ति सोनपुर में भी मतदाता है और दानापुर में भी. लेकिन, अब तक विपक्षी दलों ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं की. यह दर्शाता है कि उनके पास केवल बयानबाजी है, इसके अलावा कोई ठोस सबूत नहीं.
चीन पर राहुल गांधी की बयानबाजी पर क्या बोले नीरज कुमार?
चीन पर राहुल गांधी की बयानबाजी को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने राहुल गांधी के मामले पर विचार करते हुए न्यायिक टिप्पणी की है, कोई न्यायिक आदेश नहीं दिया है. इस संबंध में उनके अधिवक्ता ही हलफनामा पेश करके पूरी तथ्यात्मक जानकारी देंगे. यह न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है, इसलिए इस पर राजनीतिक टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए.
जयशंकर के बयान पर जेडीयू नेता की प्रतिक्रिया
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बयान पर कहा कि भारत किसी के दबाव में झुकने वाला नहीं है. भारत गुट-निरपेक्ष आंदोलन का अगुआ रहा है. हमने विश्व मंच पर अपनी सैन्य क्षमता का एहसास कराया है. हम किसी के दिशा-निर्देश पर नहीं चलते, बल्कि बौद्धिक रणनीति के दम पर आतंकवाद और उसके समर्थक ताकतों के खिलाफ लड़ते हैं. इसलिए, देश की संप्रभुता के मामले में हम किसी के निर्देश पर नहीं चलेंगे.
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