गया। वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर देशभर में विरोध देखने को मिल रहा है। जहां सरकार इस विधेयक को पारित करने में लगी हुई है वहीं दूसरे तरफ विपक्षी पार्टियों के द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है। विपक्षी पार्टियों के साथ साथ कुछ मुस्लिम संगठनों का आरोप है कि सरकार इस बिल के जरिए वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर कब्जा करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक सरकार दो अप्रैल यानी बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पेश कर सकती है।

केवल दो ही दिन का समय मिलेगा

वक्फ बिल 2 अप्रैल को संसद में आ सकता है. सूत्रों की मानें तो वक्फ बिल 2 अप्रैल को लोकसभा में पेश किया जा सकता है. सरकार अगर 2 अप्रैल को वक्फ बिल संसद में लाती है तो उसे दोनों सदनों से पारित कराने के लिए इस सत्र में केवल दो ही दिन का समय मिलेगा.

मुसलमान के हित में है…

वक्फ संशोधन विधेयक पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (jitan ram manjhi statement) ने कहा, “वक्फ बिल कल पेश किया जाएगा और हमारा मानना है कि जिस प्रकार से 370 लाया गया था तब भी सब बवाल कर रहे थे लेकिन आज सब 370 को समझ रहे हैं उसी प्रकार से तीन तलाक का मामला था सब कह रहे थे कि ये मुसलमान विरोधी है लेकिन आज इस तीन तलाक से सभी मुस्लिम महिलाएं कितनी सशक्त हुई है ये आज पूरा देश जानता है उसी प्रकार से वक्फ बिल लाया जा रहा है। ये मुसलमान के हित में है। इसलिए हम वफ्फ बिल का समर्थन करेंगे। हम बिल पास करने के लिए तैयार हैं।

कंफ्यूजन का फायदा उठाने का प्रयास किया

वहीं पटना में JDU नेता अभिषेक झा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा, देश में इससे पहले भी कई बार इस तरह के मामले सामने आए हैं जिसमें विपक्ष ने कंफ्यूजन का फायदा उठाने का प्रयास किया है। कैसे भावनाओं को भड़काया जाए, लोगों के बीच द्वेष फैले और उसका राजनीतिक लाभ विपक्ष के लोगों को मिले यह उनकी(विपक्ष) प्राथमिकता में शामिल है.

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