बिहार के मुजफ्फरपुर से एक अजब-गजब मामला सामने आया है. यहां एक महिला के हाथ की टूटी हुई हड्डी के बजाय डॉक्टर ने पैर में प्लास्टर कर दिया. डॉक्टर के इस कारनामे की क्षेत्र में जमकर चर्चा हो रही है.

दरअसल, पूरा मामला सीतामढ़ी सदर अस्पताल का है. जहां नेपाल के चन्द्रनिगाहपुर की रहने वाली कौशल्या साह एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थी. दुर्घटना के बाद महिला के हाथ-पैर में दर्द था.

महिला इलाज के लिए अस्पताल पहुंची और ओपीडी पर्ची कटवाने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति उन्हें पास के एक गुमटी वाले डॉक्टर के पास ले गया. उसने बिना किसी जांच के उनके हाथ और पैर दोनों में प्लास्टर चढ़ा दिया.

बताया जा रहा है कि महिला को दो दिनों तक दर्द से राहत नहीं मिली. जिसके बाद परिजन मुजफ्फरपुर मॉडल अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ने चेक किया और एक्स-रे कराया.

जांच में पता चला कि उनके पैर में कोई फ्रैक्चर ही नहीं है, केवल हाथ ही टूटा है. डॉक्टरों ने तुरंत पैर का प्लास्टर हटाया, तब जाकर महिला को राहत मिली.

ये भी पढ़ें- बिहार में एक और भ्रष्टाचार, जर्जर भवन में तब्दील हुआ कैमूर में 22 करोड़ की लागत से बना एकमात्र महिला ITI कॉलेज, मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन