पटना। बिहार की राजनीति में हलचल मचाते हुए जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने एक बार फिर एनडीए (NDA) पर तीखा हमला बोला है। पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर ने कहा कि 14 तारीख को जब चुनाव परिणाम आएंगे तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि एनडीए जो माहौल बना रहा है कि जन सुराज डर जाएगा, वह पूरी तरह से गलतफहमी है।
“डराएंगे नहीं, दांत खट्टे कर देंगे”
प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रशांत किशोर और जन सुराज के साथी किसी से डरने वाले नहीं हैं। चाहे जितने उम्मीदवार खरीद लो, धमकी दे दो या उनके घरों में कैद कर लो, चुनाव लड़ा जाएगा। और इतनी ताकत के साथ लड़ा जाएगा कि हम आपको दांत खट्टे कर देंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए को महागठबंधन (INDI गठबंधन) से उतना डर नहीं है, जितना जन सुराज के उम्मीदवारों से। वे डरते हैं अच्छे लोगों से डॉक्टरों से, व्यवसायियों से, समाज सेवकों से जिन्हें हमने मैदान में उतारा है। हमारे उम्मीदवार भले ही पारंपरिक राजनीतिक चेहरे न हों, लेकिन उनकी साख और ईमानदारी से ये लोग घबरा गए हैं।
नामांकन वापस लेने को मजबूर कर रहे हैं
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि पिछले चार-पाँच दिनों में तीन जन सुराज उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि इनके (NDA) लोगों ने हमारे उम्मीदवारों और उनके परिजनों पर दबाव बनाया है। फोन कर धमकाया जा रहा है, घर जाकर डराया जा रहा है ताकि वे मैदान छोड़ दें।
उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक बताया और कहा कि जनता सब देख रही है, 14 तारीख को जवाब देगी।
भाजपा को सबसे ज़्यादा खतरा महसूस हो रहा है
प्रशांत किशोर ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भाजपा ने यह छवि बना ली है कि सरकार वही बनाएगी, चाहे चुनाव कोई भी जीते। अब बिहार में एक नया खेल शुरू हो गया है। चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है, और अगर किसी को सबसे ज़्यादा खतरा महसूस हो रहा है, तो वह भाजपा है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अब महागठबंधन के नाम पर जनता को डराने की रणनीति अपना रही है। लोगों से कहा जा रहा है कि अगर भाजपा को वोट नहीं दिया तो लालू का जंगल राज वापस आ जाएगा। ये डर की राजनीति है, लेकिन इस बार जनता समझ चुकी है।