पटना. बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे से पहले राज्य के शिक्षकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विश्व शिक्षक दिवस पर आज सुबह 10 बजे से हजारों की संख्या में शिक्षक सोशल मीडिया पर एकजुट होकर #BiharTeachersMatter हैशटैग के साथ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे।

यह डिजिटल विरोध बिहार शिक्षक मंच के आह्वान पर शुरू हुआ है, जिसमें शिक्षकों ने स्पष्ट कहा है कि अगर राज्य सरकार ने जल्द से जल्द उनकी जायज मांगों को नहीं माना, तो वे चुनाव में इसका जवाब देने को मजबूर होंगे।

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इससे पहले बिहार शिक्षक मंच ने अपनी मांगों को लेकर नीतीश सरकार के सामने अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। आज 05 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस पर बिहार के शिक्षकों के जायज मांगो को बिहार सरकार द्वारा अनसुना किये जाने पर सभी शिक्षक एकजुटता के साथ आज 10 बजे से हैशटैग #BiharTeachersMatter को ट्रेंडिंग में लाने की मुहिम छेड़ दी है।

सरकार से शिक्षकों की प्रमुख मांगे

  • सभी बीपीएससी से नियुक्त विद्यालय अध्यापक और विशिष्ट शिक्षकों को 7th पे का लाभ अविलम्ब दिया जाए।
  • नियोजित से विद्यालय अध्यापक, विशिष्ट शिक्षक, हेड टीचर और हेडमास्टर बने शिक्षकों को सेवा निरंतरता का लाभ दिया जाए।
  • अंतर जिला और सेम जिला में ट्रांसफर के लिए बचे हुए सभी शिक्षकों का चुनाव से पूर्व ट्रांसफर कर दिया जाए।
  • HRMS पोर्टल पर अविलम्ब सुधार करते हुए वर्तमान दर पर DA (58%) और HRA का भुगतान सुनिश्चित किया जाय और बचा हुआ सभी प्रकार के एरियर का भुगतान अविलम्ब किया जाए।

शिक्षकों का सरकार को स्पष्ट संदेश

बिहार शिक्षक मंच के प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार बार-बार आश्वासन देती है लेकिन ज़मीनी स्तर पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। शिक्षक वर्ग को लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है, जबकि वही राज्य की शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं।

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