पटना। आरजेडी नेता और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के विदेश दौरे को लेकर बिहार में सियासत लगातार गर्म है। भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने उन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के नेता का दायित्व है कि वह राज्य की समस्याओं, चुनौतियों और जनता से जुड़े मुद्दों पर गंभीरता से काम करे। लेकिन जब भी बिहार को मज़बूत विपक्ष की जरूरत होती है तेजस्वी यादव हमेशा विदेश यात्राओं और सैर-सपाटे में व्यस्त दिखते हैं। इससे जनता निराश है।

बिहार के लिए कोई ठोस योजना है? – प्रेम रंजन पटेल

पटेल ने कहा कि बिहार में विकास, रोजगार, कानून-व्यवस्था और निवेश जैसे अहम मुद्दों को उठाने के बजाय तेजस्वी केवल आरोप-प्रत्यारोप में लगे रहते हैं। उनका कहना है कि जनता यह जानना चाहती है कि क्या विपक्ष का नेता सिर्फ विदेश यात्राओं के लिए है या फिर उनके पास राज्य के भविष्य को लेकर कोई ठोस विजन भी है।

विपक्ष ने योगदान देने का मौका खोया

BJP नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार उद्योग, शिक्षा, कृषि और युवाओं के लिए लगातार काम कर रही है। ऐसे समय में विपक्ष को चाहिए कि वह सदन में उपस्थित रहकर बहस करे और सकारात्मक भूमिका निभाए लेकिन तेजस्वी ने इससे दूरी बना ली है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि विदेश से लौटकर तेजस्वी जमीन से जुड़ेंगे और राज्य के विकास पर ध्यान देंगे।

नित्यानंद राय ने भी साधा निशाना

केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी पर व्यक्तिगत राजनीतिक टिप्पणी करते हुए कहा कि उनका बचपन ऐशो-आराम में बीता है इसलिए उनमें जमीन से जुड़ा राजनीतिक अनुभव नहीं है। राय ने कहा कि तेजस्वी बिना लक्ष्य के राजनीति कर रहे हैं और सत्ता को केवल परिवार के सुख-सुविधाओं के लिए देख रहे हैं।