पटना. बिहार के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों में नेताओं का दल बदल शुरू हो चुका है. चुनावी अखाड़े में उतर रहे नेता इस चुनाव में अलग-अलग दलों की तरफ से नजर आ सकते हैं. राजद, जदयू सहित अन्य प्रमुख दलों के बीच इस बार जन सुराज पार्टी अपना चुनावी बिगुल बजा चुकी है.
जन सुराज में आये दास
जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक जीएस रामचंद्र दास अपने समर्थकों के साथ सदस्या ग्रहण कर ली है. विधायक दास 2 बार बाराचट्टी और 1 बार बोधगया से चुनाव जीत चुके हैं. गया से आने वाले बिहार के वरिष्ठ समाजसेवी और नेता दास के नेतृत्व में जन सुराज की सोच से प्रेरित उनके समर्थकों ने अपना निर्णय लिया है.
पार्टी की विचार धारा से परिचय
शेखपुरा हाउस में शुक्रवार के दिन विधायक दास अपने समर्थकों के साथ पहुंचे. जहां पीके ने सभी का स्वागत करते हुए पार्टी की विचार धारा से परिचित कराया. इस मौके पर पीके ने सभी नेताओं को सकारात्मकता के साथ बिहार की राजनीति में सक्रियता से भागीदारी करने की अपील की.
बिहार को मिलकर सुधारेंगे
पीके इन दिनों राजद और जदयू के सराकारों की खामियों को गिना रहे हैं. अपने कई साक्षात्कार में वह कह चुके हैं कि जिस बिहार को बड़े-बड़े दलों और नेताओं ने न सुधार पाने वाला मानकर छोड़ दिया है, उसे अब बिहार के लोग मिलकर सुधारेंगे. एक इंटरव्यू में पीके ने कहा है कि आगे जाने की दौड़ में शामिल ही नहीं होंगे तो और पीछे छूटते जाएंगे. उन्होंने कहा कि बिहार को विकास की दौड़ में शामिल कराने का सिर्फ एक ही रास्ता है, यहां के लोग जाति-धर्म छोड़कर अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दें.
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें