पटना। बिहार में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के 11 जिलों के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज बारिश के साथ-साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। वहीं 12 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी करते हुए बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
राजधानी पटना की बात करें तो यहां दिनभर आंशिक बादल छाए रहेंगे, लेकिन उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, फिलहाल राज्य में मानसून थोड़ा कमजोर पड़ा है, लेकिन 11 से 18 सितंबर के बीच मानसून दोबारा सक्रिय हो सकता है, जिससे कई जिलों में मूसलाधार बारिश के आसार हैं।
नेपाल में बारिश से कोसी उफान पर
नेपाल में लगातार हो रही बारिश का असर बिहार के सीमावर्ती जिलों में दिखने लगा है। सुपौल में कोसी नदी उफान पर है। सोमवार रात 1 बजे कोसी बराज के 56 में से 34 गेट खोलकर 2.75 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके चलते बसंतपुर, निर्मली, मरौना, सरायगढ़-भपटियाही, किशनपुर और सदर अंचल के गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई इलाकों में पूर्वी-पश्चिमी तटबंध के अंदर बसे गांवों पर संकट मंडरा रहा है।
पटना में अभी राहत नहीं
पटना में तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। दिन की तेज धूप और रात में उमस लोगों को बेहाल कर रही है। मौसम विभाग का कहना है कि 10 सितंबर तक बारिश की संभावना बेहद कम है, लेकिन इसके बाद हालात बदलेंगे और झमाझम बारिश की शुरुआत होगी।
बारिश से फायदा और नुकसान दोनों संभव
मौसम विभाग का कहना है कि 10 सितंबर के बाद मानसून की गतिविधियां तेज होंगी। इससे किसानों को राहत मिलेगी, लेकिन शहरों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। खासकर उत्तर बिहार और कोसी-सीमांचल क्षेत्र में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है।
कैमूर, मुंगेर और जमुई में पिछले 24 घंटे में अच्छी बारिश हुई, जबकि मुजफ्फरपुर 34.2 डिग्री के साथ सबसे गर्म जिला रहा।
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