गोपालगंज। बिहार एसटीएफ और गोपालगंज पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गैंगस्टर मनीष कुशवाहा को सिवान जिले से गिरफ्तार कर लिया है। मनीष कुशवाहा विशंभरपुर थाना क्षेत्र के निरंजना गांव का निवासी है और उस पर हत्या, लूट, रंगदारी, बमबाजी और पुलिस मुठभेड़ जैसे 28 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी से स्थानीय व्यवसायियों और पुलिस महकमे ने राहत की सांस ली है।

तीन लाख का इनामी

बिहार पुलिस और एसटीएफ बीते सात वर्षों से मनीष कुशवाहा की तलाश कर रही थी। अपराध की दुनिया में उसकी पहचान इतनी खतरनाक थी कि उस पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसपी अवधेश दीक्षित ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि मनीष से पूछताछ की जा रही है और उसके सभी मामलों की जांच तेज़ कर दी गई है।

कभी दियारा क्षेत्र में था दहशत का पर्याय

मनीष कुशवाहा को दियारा क्षेत्र में आतंक का प्रतीक माना जाता था। उसके पास अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा भी था, जिसका वह अपराध में इस्तेमाल करता था। 1 मार्च 2020 को मनीष ने खेम मटिहनिया के गुमनिया मोड़ पर मछली व्यवसायी किसान बिंद की कार्बाइन से गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद वह पुलिस से भिड़ गया और फरार हो गया।

बुलडोजर चला, कुर्की की गई संपत्ति

तत्कालीन एसपी स्वर्ण प्रभात ने उसे टॉप-100 अपराधियों की सूची में शामिल किया था। 19 मई को उसके घर की कुर्की की गई और बुलडोजर से मकान ध्वस्त कर दिया गया। पुलिस लगातार उसके नेटवर्क और ठिकानों पर दबिश दे रही थी।

विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी सफलता

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मनीष कुशवाहा की गिरफ्तारी को पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। राजनीतिक और सुरक्षा दृष्टिकोण से भी यह कार्रवाई बेहद अहम मानी जा रही है।