पटना। बिहार में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और यातायात नियमों की लगातार अनदेखी को देखते हुए परिवहन विभाग अब सख्त मोड में आ गया है। विभाग ने साफ किया है कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को अब किसी भी तरह की रियायत नहीं मिलेगी। सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार अब नो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।
तीन चालान बकाया पर होगी बड़ी कार्रवाई
परिवहन विभाग के नए निर्देशों के अनुसार, जिन वाहन चालकों के ऊपर तीन या उससे अधिक चालान बकाया रहेंगे, उनके वाहन का रजिस्ट्रेशन सीधे रद्द कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, बार-बार नियम तोड़ने वालों के नाम ब्लैकलिस्ट में दर्ज होंगे और उन्हें दोबारा रजिस्ट्रेशन या वाहन ट्रांसफर की अनुमति भी नहीं दी जाएगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पहले चालकों को समझाने और चेतावनी देने की प्रक्रिया अपनाई जाती थी लेकिन अब चेतावनियों का दौर खत्म हो चुका है। जो भी नियम तोड़ेगा उसे सख्त सजा भुगतनी पड़ेगी।
अब डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम करेगा निगरानी
बिहार परिवहन विभाग ने अपने सिस्टम को और आधुनिक बनाया है। अब सभी वाहनों को डिजिटल रिकॉर्ड ट्रैकिंग सिस्टम (DRTS) से जोड़ा जा रहा है। यह सिस्टम स्वचालित तरीके से चालान, भुगतान और वाहन की स्थिति पर नजर रखेगा। यदि किसी वाहन का चालान बकाया है और भुगतान समय पर नहीं किया गया, तो सिस्टम अपने आप रजिस्ट्रेशन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर देगा। यह पूरी व्यवस्था मानवीय हस्तक्षेप से मुक्त और पारदर्शी होगी।
युवाओं के बीच चलेगा जागरूकता अभियान
विभाग ने यह भी तय किया है कि ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों में अनुशासन की भावना बढ़ाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। युवा वर्ग को बताया जाएगा कि सड़क पर तेज रफ्तार नहीं, बल्कि संयम और सुरक्षा ही सबसे बड़ी ताकत है।
सुरक्षा के लिए जरूरी अनुशासन
परिवहन विभाग की यह नई पहल सड़क सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। नियमों का पालन न करने वालों पर नकेल कसने से सड़क हादसों में कमी आने की उम्मीद है। विभाग ने साफ कहा है कि सड़क सिर्फ गति के लिए नहीं बल्कि जिम्मेदारी और जीवन की सुरक्षा के लिए है। इसलिए हर वाहन चालक को नियमों का पालन करना होगा, तभी सड़कें सुरक्षित बनेंगी और हादसों का सिलसिला थमेगा।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

