पटना। बिहार में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार और सोमवार को राज्य के अलग-अलग जिलों से हत्या की तीन सनसनीखेज घटनाएं सामने आई हैं। समस्तीपुर, मधुबनी और नवादा में निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

12 साल के छात्र की हत्या

समस्तीपुर जिले के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र स्थित धुरलख गांव में 12 वर्षीय छात्र मोहम्मद सैफ की बेरहमी से हत्या कर दी गई। सैफ रविवार शाम से लापता था और सोमवार सुबह उसका शव सड़क किनारे पड़ा मिला। चेहरे और पीठ पर गंभीर चोटों के निशान थे, जबकि उसकी गर्दन टूटी हुई थी और मुंह से खून निकल रहा था। परिजनों ने आशंका जताई है कि मारपीट के बाद गला मरोड़कर उसकी हत्या की गई।

पिता की गोली मारकर हत्या

मधुबनी जिले के ब्रहमोतरा गांव में सोमवार रात प्रेम विवाह की रंजिश में 45 वर्षीय संतोष मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी गौतम ठाकुर ने संतोष मंडल के घर में घुसकर उन्हें सीने में गोली मारी। घटना की वजह मृतक के बेटे द्वारा छह महीने पहले गौतम की बहन से मंदिर में शादी करना बताया जा रहा है। घटना के बाद से आरोपी फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

नवादा में 17 वर्षीय युवक की हत्या

नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित जोराबर बीघा गांव में 17 वर्षीय सोनू कुमार की हत्या कर शव खेत में फेंक दिया गया। सोनू रविवार रात को अपने दोस्त के साथ घर से निकला था और सोमवार सुबह उसका शव बधार में मिला। परिजनों और ग्रामीणों ने गांव के ही एक युवक पर हत्या का आरोप लगाया है। आरोपी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

पुलिस कर रही कार्रवाई

तीनों घटनाओं में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मधुबनी और नवादा मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस अधीक्षकों ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। हालांकि, लगातार हो रही ऐसी घटनाएं बताती हैं कि बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और कानून व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता है।