पटना। बिहार में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के क्षेत्र का असर राज्य के अधिकांश हिस्सों में देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को राज्य के 35 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। 2 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक हल्की से भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र काफी सक्रिय हो चुका है। यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिमोत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है और 3 अक्टूबर की सुबह तक दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों से टकराने की संभावना है। इसका सीधा असर बिहार, झारखंड और पूर्वी भारत के मौसम पर पड़ रहा है। इसी के चलते राज्य में लगातार नमी बनी हुई है और अगले पांच से सात दिनों तक रुक-रुककर बारिश होने की संभावना जताई गई है।

बिजली गिरने से तीन मौतें

बुधवार को बिहार के कई जिलों में अचानक मौसम बदल गया और तेज बारिश शुरू हो गई। पटना, गया, भागलपुर, सीवान, बक्सर, बांका, जमुई, बेगूसराय, नालंदा, खगड़िया, सुपौल, लखीसराय, गोपालगंज, सासाराम, सहरसा, शेखपुरा, जहानाबाद और समस्तीपुर में झमाझम बारिश हुई। बारिश के साथ तेज बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। शेखपुरा में एक पेड़ पर बिजली गिरने से आग लग गई, वहीं बक्सर में एक व्यक्ति की मौत हो गई। नवादा जिले के सिरदला प्रखंड में दुर्गा पूजा के दौरान कलश विसर्जन करते समय दो लोग वज्रपात की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।

पटना में भी बारिश के आसार

राजधानी में गुरुवार और शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। अधिकतम तापमान 33 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री के बीच रह सकता है।

2 से 7 अक्टूबर तक का मौसम पूर्वानुमान

2-3 अक्टूबर को राज्य के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर तेज हवाएं और वज्रपात की आशंका जताई गई है। 4-6 अक्टूबर दक्षिण और पूर्वी बिहार में भारी बारिश की संभावना है, जबकि उत्तरी जिलों में मध्यम बारिश हो सकती है। 7 अक्टूबर को बारिश की तीव्रता में कमी आएगी लेकिन कुछ इलाकों में हल्की बारिश जारी रह सकती है।

सावधानी बरतने की अपील

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें, बिजली गिरने के दौरान खुले में न रहें और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। खासकर पूजा स्थलों और विसर्जन स्थलों पर सावधानी बरतने की जरूरत है।