प्रमोद कुमार/ कैमूर। बिहार के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तेल्हाड़ कुंड जलप्रपात में पर्यटकों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। कैमूर की पहाड़ियों में स्थित इस प्राकृतिक धरोहर के पार्किंग क्षेत्र से एक बाइक की चोरी हो गई है, जिससे वन विभाग की व्यवस्था पर गंभीर आरोप लग रहे हैं।

प्रवेश शुल्क के बाद भी चोरी

भभुआ निवासी राहुल कुमार अपने परिवार के साथ मंगलवार को तेल्हाड़ कुंड घूमने पहुंचे थे। उन्होंने प्रवेश शुल्क 20 रू और बाइक पार्किंग के 10 रू का भुगतान किया। लेकिन जब परिवार संग घूमकर लौटे तो उनकी बाइक पार्किंग से गायब थी। काफी खोजबीन के बाद भी जब बाइक का पता नहीं चला तो वे निराश होकर लौट गए और अधौरा थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई।

बाइक कहां गई?

राहुल के साथ आए उनके मित्र मोहम्मद सईद अंसारी ने बताया कि बाइक मेरी थी और मैंने अपने दोस्त को तेल्हाड़ कुंड घूमने के लिए दी थी। वन विभाग की देखरेख में पार्किंग थी ऐसे में चोरी की पूरी जिम्मेदारी विभाग की बनती है।अब बताना वन विभाग को है कि बाइक कहां गई?

सुरक्षा क्यों नाकाम?

तेल्हाड़ कुंड में पर्यटकों से प्रवेश शुल्क के साथ वाहन पार्किंग का शुल्क भी वसूला जाता है। इसके बावजूद बाइक जैसी संपत्ति का चोरी हो जाना वन विभाग की लापरवाही को उजागर करता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग सिर्फ शुल्क वसूलने में सक्रिय है, जबकि पार्किंग में सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नजर नहीं आते।

डीएफओ चंचल प्रकाशम बोले

इस घटना पर कैमूर के डीएफओ चंचल प्रकाशम ने कहा वन विभाग के संबंधित कर्मी से पूछताछ की जाएगी। अगर किसी की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह देखा जाएगा कि बाइक पार्किंग से कैसे गायब हुई।

प्रसिद्ध स्थल, लेकिन अव्यवस्था से बदनाम

तेल्हाड़ कुंड जलप्रपात कैमूर का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जहां सालभर पर्यटक बाइक व चारपहिया वाहनों से पहुंचते हैं, लेकिन अगर इसी तरह सुरक्षा के नाम पर केवल शुल्क लिया जाए और जिम्मेदारी ना निभाई जाए तो पर्यटन स्थल की छवि खराब होने की आशंका है।