वीरेंद्र गहवई,बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर के कानन पेंडारी में दरियाई घोड़ा गजनी के बाद बायसन वीरू की मौत हो गई है. शव के पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने बायसन की मौत वजह कार्डियो रेस्पेटरी फेलियर का होना बताया है. इससे पहले भी पेंडारी में कई जानवरों की मौत हो चुकी है.

जानकारी के मुताबिक गुरुवार की सुबह 11 बजे कानन पेंडारी जूलॉजिकल पार्क में बायसन ने दम तोड़ा है. उसकी उम्र करीब 4 वर्ष 4 महीने थी. बायसन के शव का पोस्टमार्टम डाक्टरों की चार सदस्यी टीम डॉ. आरएम त्रिपाठी, डॉ. अजीत कुमार पाण्डेय, डॉ. स्मिता प्रसाद और डॉ. पूनम पटेल ने मुख्य वन संरक्षक की उपस्थिति में किया है. 

इससे पहले 19 मार्च को कानन पेंडारी जू में नर हिप्पोपोटेमस यानी दरियाई घोड़ा गजनी की 13 साल की उम्र में अचानक मौत हो गई थी. गजनी को दिल्ली जू से साल 2010 में एक हाईना और एक जोड़ी लोमड़ी के बदले में कानन पेंडारी लाया गया था.

बता दें कि बिलासपुर शहर कानन पेंडारी चिड़ियाघर के लिए प्रसिद्ध है. यह मुंगेली रोड पर बिलासपुर से लगभग 10 किलोमीटर सकरी के पास स्थित एक छोटा चिड़ियाघर है. यहां लोग बड़ी संख्या में घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं. यात्रियों के परिवहन के लिए सिटी बस का संचालन भी किया जाता है.