Bilaspur News Update : हाई कोर्ट ने मीडिया में प्रकाशित खबर चांटीडीह शराब दुकान के सामने की सड़क पर ओपन बार और छलक रहे जाम को गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान लिया है. मामले में कोर्ट ने सहायक आबकारी आयुक्त, बिलासपुर को व्यक्तिगत हलफनामा पेश करने का निर्देश दिया है. हाई कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 28 अगस्त 2025 को तय की है.

मीडिया में आई खबर में बताया गया था कि चांटीडीह क्षेत्र में स्थित शराब दुकान से लगे अहाते को तोड़ दिया गया है. अहाता टूटने के बाद शराब पीने वालों ने दुकान के सामने की सड़क को ही ओपन बार बना लिया है. लोग खुलेआम शराब पी रहे हैं जिससे क्षेत्र के निवासियों को भारी परेशानी हो रही है और अराजकता का माहौल बन गया है.

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और न्यायमूर्ति बी.डी. गुरु की खंडपीठ ने कहा कि, शहर या मोहल्ले के बीच स्थित लाइसेंसी शराब दुकान से खरीदी गई शराब को सार्वजनिक स्थान पर पीने से रोकना प्रशासन की जिम्मेदारी है. सार्वजनिक स्थानों पर शराबखोरी से उत्पन्न अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जा सकती. राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि अहाता सड़क चौड़ीकरण और स्थानीय निवासियों की आपत्तियों के कारण हटाया गया था. कोर्ट ने कहा, कि प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी ताकि सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने जैसी गतिविधियां न हों.

जुआ खेलते 9 लोग गिरफ्तार

बिलासपुर. सरकण्डा पुलिस ने जुआ खेल रहे 9 रसूखदार जुआरियो को गिरफ्तार किया है. पुलिस को सूचना मिली थी कि कोनी रोड स्थित महावीर अग्रवाल बाड़ा के अंदर कुछ लोग ताश की पत्तियों और प्लास्टिक के कॉइन से हार-जीत का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं. पुलिस टीम ने दबिश देकर 9 लोगों को पकड़कर उनके कब्जे से 41 हजार 505 रुपये नगद,11 मोबाइल फोन और प्लास्टिक के कॉइन जब्त किए गए. गिरफ्तार आरोपियों में रमेश कुमार अग्रवाल 70 वर्ष, सुशील अग्रवाल 60 वर्ष, चन्द्रशेखर अग्रवाल 64 वर्ष, विजय विधानी 64 वर्ष, हरवंश लाल अजमानी 79 वर्ष, बिहारी ताम्रकार 66 वर्ष, तेजेस्वर वर्मा 40 वर्ष, सुनील अग्रवाल 60 वर्ष और पारस राय 48 वर्ष शामिल हैं. सभी आरोपी बिलासपुर और आसपास के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले बताए गए हैं. सभी आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.

खुद को CM का OSD बताकर धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार 

बिलासपुर. न्यायधानी में पुलिस ने फर्जी कॉल कर धमकी देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने खुद को कॉल पर मुख्यमंत्री का ओएसडी बताया और काम बंद करने की धमकी देने लगा. सीपत थाना क्षेत्र का पूरा मामला है. 

प्रार्थी जय प्रकाश सत्यकाम ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक युवक ने एनटीपीसी सीपत के कार्यकारी निदेशक विजय कृष्ण पांडेय को फोन कर खुद को मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ का विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी बताया. आरोपी ने पावर स्टेशन बंद कराने और मटेरियल गेट के सामने पुलिया निर्माण की स्वीकृति रोकने की धमकी दी. शिकायत पर थाना सीपत में अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की गई और घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई. वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने टीम बनाकर सायबर सेल की मदद से आरोपी का लोकेशन खैरागढ़ में ट्रेस किया. आरोपी को उसके घर से हिरासत में लेकर थाने लाया गया. पूछताछ में उसने जुर्म स्वीकार कर लिया और घटना में प्रयुक्त मोबाइल जब्त कर लिया गया. आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर सुसंगत धाराओं में कार्रवाई करते हुए न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.