डिजिटल दुनिया के इस दौर में चीजें जितनी आसान हुईं हैं, उससे कहीं ज्यादा खतरा भी बढ़ा है. इसलिए हर जगह फूंक-फूंककर कदम रखने की जरूरत है. यदि आप भी गूगल पर कस्टमर केयर के नंबरों को सर्च करते है, तो ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. क्योंकि आप कहीं भी कभी भी ठगी का शिकार हो सकते हैं.
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पुलिस के ऑपरेशन ‘साइबर 2020’ को बड़ी सफलता मिली है. गूगल में कस्टमर केयर बनकर लोगों के साथ ठगी करने वाले एक नाबालिग समेत 4 आरोपियों को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है. ये आरोपी क्वीक सपोर्ट टीम, विवर एनीडिस्क एस.एम.एस फिलटर एप डाउनलोड कराकर एसएमएस और ओटीपी की जानकारी ले लेते थे. बिलासपुर पुलिस 12 दिनों से झारखंड में कैंप लगाकर रह रही थी. जिसके बाद आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े.
पुलिस के मुताबिक तारबाहर थाने में पीड़ित प्रियंका देवांगन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि ब्लूडार्ट कोरियर सेवा के कस्टमर केयर नंबर गूगल से सर्च कर उसने फोन किया, तो अज्ञात आरोपी ने एनी डेस्क एप डाउनलोड कराकर फोन-पे के माध्यम से पैसे वापस दिलाने का झांसा देकर 9 हजार 904 रुपए की ठगी की है. इसी तरह गरिमा ने अपराध दर्ज कराया गया कि SHEIN मोबाइल एप के माध्यम से सामान ऑर्डर किया था, लेकिन डिलीवरी नहीं होने पर गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकाल कर उनके बताए अनुसार रकम रिफंड करने के लिए फोन पे के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन करवाकर 31 हजार रुपए धोखाधड़ी की गई.
वहीं रामचंद्र सवाई ने बैंक खाते का स्टेटमेंट जानने के लिए गूगल से एसबीआई हेल्पलाइन नंबर निकाल कर कॉल किया, जिस पर अज्ञात आरोपियों ने तीन ऑप्शन बोलकर क्विक सपोर्ट, एनी डिस्क, एसएमएस फिल्टर को डाउनलोड कर उसके खाते से 1 लाख 16 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए. जिसके बाद उसे ठगे जाने का एहसास हुआ. तीनों मामलों में अपराध दर्ज कर जांच की जा रही थी.
पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस टीम और साइबर टीम गठित किया. इस टीम को झारखंड के प्रमुख क्षेत्रों को चिन्हांकित कर वही की वेशभूषा को अपना कर लगातार रेकी कर ऑपरेशन ‘साइबर 2020’ को अंजाम दिया गया. 72 घंटे की रेकी करने के बाद जामताडा में आरोपियों को झारखंड पुलिस के साथ घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया. आरोपी कई सिम नंबर पर खुद को गूगल में बड़ी कंपनियों का कस्टमर केयर बताता था. फिर लोगों को झांसा देकर उनके फोन-पे से क्विक सपोर्ट, एनी डिस्क, एसएमएस फिल्टर डाउनलोड कराकर ओटीपी और अन्य गोपनीय जानकारी प्राप्त कर उनका पैसा आहरित कर लेते थे.
आरोपियों के पास ठगी में इस्तेमाल मोबाइल फोन और पैसे जब्त किए गए हैं. ठगी की गई पैसे को शराब खोरी, घूमने फिरने और अन्य फिजुल खर्चो में खर्च करना बताया है. गिरफ्तार आरोपियों में चुन्ना पंडित (35 वर्ष), जफिर अंसारी (34 वर्ष) और अब्दुल ख़ालिक उर्फ बच्चू (26 वर्ष) है, जो कि झारखंड के जामताड़ा के निवासी है.