बिलासपुर। न्यायाधानी बिलासपुर के तोरवा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने तीन दिन में तीन लापता नाबालिग लड़कियों को सकुशल बरामद किया है, जिन्हें उनको परिजनों के सुपुर्द किया गया हैं. इसमें से एक अपरहण का मामला था, जिसमें पुलिस ने एक आरोपी युवक को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस की यह सतर्कता और तत्परता बताती है कि अपराधों को लेकर कितनी सजग है.
17 साल की लड़की का अपहरण
पुलिस के मुताबिक तोरवा पुलिस को 6 दिसंबर को सूचना मिली थी कि पुराना पावर हाउस चौक निवासी 17 वर्षीय नाबालिग घर से लापता है. शिकायत के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई और नाबालिग की तलाश शुरु की, तो पुलिस ने कुछ ही घंटों में ना केवल आरोपी बल्कि लड़की को भी सकुशल बरामद कर लिया. आरोपी को रायपुर के रामनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. मामले में धारा 363, 366, 376 भादवि के तहत कार्रवाई की गई.
परिजनों से नाराज बच्ची घर से भागी
दूसरा मामला भी तोरवा पुलिस थाने से ही था. जांजगीर जिले के पामगढ़ निवासी 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची 4 दिसंबर को माता-पिता से नाराज होकर ऑटो में बैठकर बिलासपुर आ गई थी. रात को गश्त के दौरान पुलिस ने बच्ची को अकेले देखा और थाना लेकर आ गई. जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को बालिका संरक्षण गृह भेज दिया. फिर दूसरे दिन परिजनों को सकुशल सौंप दिया गया है. इस तरह तोरवा पुलिस ने एक नाबालिग के साथ किसी भी अप्रिय घटना होने से रोक लिया.
रिश्तेदार के यहां मिली 17 वर्षीय नाबालिग
तीसरा मामला भी कुछ इसी तरह का है, मुंगेली निवासी 17 वर्षीय नाबालिग लड़की 3 दिसंबर को घर से बिना बताए कहीं चली गई थी. मजदूर माता-पिता ने तोरवा थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनकी लड़की लापता है. पुलिस ने टीम गठित कर लड़की की तलाश शुरु की गई, तो शाम के समय फोन पर एक मिस्ड कॉल मिला, जिस पर किसी लड़के ने फोन किया था, लेकिन उसके द्वारा कोई भी बातचीत नहीं की गई थी. वह नंबर तोरवा पुलिस को संदेहास्पद लगा. उस पर कॉल करने पर वह नंबर रायपुर, दुर्ग में किसी मेला में फेरी दुकान लगाने वाले दुकानदार का था. जिसे दूरभाष पर ही कड़ाई से पूछताछ की गई और नाबालिग के संबंध में तत्काल जानकारी देने के लिए हिदायत दिया गया. लेकिन बाद में वह लड़की जांजगीर के अकलतरा में अपने दूर के रिश्तेदार के घर मिली. फिर उसे समझा-बुझाकर सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया.