रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित निर्माण कार्यों में से एक रहा है रायपुर-बिलासपुर हाइवे. निर्माणकार्यों की गुणवत्ता से लेकर, लेट-लतीफी, जमीन अधिग्रहण विवाद, मुआवजा आबंटन में गड़बड़ी, लागत मूल्य में बेतहाशा वृद्धि और हाईकोर्ट में चलने वाले ढेरों केस को लेकर.
शायद आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि 11 साल में भी यह हाइवे 15 सौ करोड़ खर्च के बाद भी पूरा नहीं बन पाया है. हुआ तो ये है कि निर्माण के दौरान और निर्माण के कुछ दिन बाद ही कई जगहों से टूटता रहा है.
यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है कि 2011 से निर्माणाधीन रायपुर-बिलासपुर हाइवे का हाल तकरीबन 1500 करोड़ खर्च करने बाद भी बद से बदत्तर है.
बीते दिनों जब हमने इस हाइवे पर रायपुर से बिलासपुर और बिलासपुर से रायपुर तक की यात्रा बाइक पर की, तो हमने बहुत करीब से देखा कि भारत में चलने वाले निर्माण कार्यों में दरअसल भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा क्या हो सकती है ?
वीडियो आप देखेंगे तो समझ पाएंगे कि भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा क्या हो सकती है ? किस तरह से अरबों की लागत से बने राष्ट्रीय राजमार्ग में काम हुआ है ? आप जान पाएंगे कि देश में सड़क हादसों के पीछे की एक बड़ी वजह भ्रष्टाचार से तैयार ऐसी सड़के भी होती है. ये तो महज एक छोटे हिस्से का ही वीडियो है, दरअसल 120 किलोमीटर की दूरी में ऐसे ही कई जगह जहाँ पर राष्ट्रीय राज मार्ग बाधित है, वहाँ पर सड़क पूरी तरह खराब हो चुकी है. अब जगह-जगह पर मरम्मत कार्य जारी है…
देखिए वीडियो
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