रायपुर. शिक्षाकर्मियों की हड़ताल के बाद उनकी स्कूलों में उपस्थिति को लेकर भी सवाल उठने लगे थे. जिसके बाद शिक्षाकर्मियों के ऊपर नजर रखने के लिए सरकार ने उनकी बॉयोमेट्रेक्स उपस्थिति की व्यवस्था को लागू करने का फैसला किया. प्रयोग के तौर पर बायोमेट्रिक सिस्टम को पांच जिलों में शुरु किया गया. लेकिन पहले दिन ही यह सिस्टम पूरी तरीके से फेल हो गया.
मंगलवार से योजना पांच जिलों में शुरु होनी थी. रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा और कोंडागांव में जनपद कार्यालयों में शिक्षाकर्मियों को बुलाया गया था लेकिन वे इंतज़ार ही करते रह गए. पहले दिन ही सर्वर से टैब लिंक नहीं हो पाए. अधिकारी शिक्षक पूरे दिन परेशान रहे. आखिरकार बाद में शिक्षकों को वहां से रवाना कर दिया गया.
इस मामले में पंचायत सचिव विकासशील ने कहा कि सर्वर और एप्प में तकनीकी दिक्कतें आ गई थीं. इसे ठीक किया जा रहा है. गुरुवार से इसे फिर से शुरु कर दिया जाएगा.
इस मामले में शिक्षाकर्मी नेता वीरेंद्र दुबे का कहना है कि जब ये सिस्टम रायपुर और दुर्ग में नहीं काम कर रहा है तो कैसे बीजापुर और बलरामपुर में काम करेगा. उन्होंने कहा कि बेहतर है कि सरकार उन्हें समय से पैसे दे. उन्हें दूसरे कामों में ना लगाए.