
धमतरी. आपने इंसानों के जन्मदिन मनाते देखा होगा, लेकिन छत्तीसगढ़ में सिन्हा परिवार ने एक बछिया का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया. धमतरी के सोरिद वार्ड में बाबूलाल सिन्हा के परिवार ने रविवार को गाय की बछिया का जन्मोत्सव कार्यक्रम रखा था. इसके लिए बकायदा आमंत्रण कार्ड छपवाकर लोगों को आमंत्रित किया था. शाम को केक काटा गया. इस जन्मोत्सव में आए मेहमानों ने गिफ्ट दिया. इस मौके पर लोगों ने जमकर डांस भी किया. सिन्हा परिवार ने लगभग 300 लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की थी. कार्यक्रम में आए लोगों ने कहा कि इंसानों के जन्मदिन मनाने देखे थे, लेकिन इस तरह पहली बार किसी बछड़े का जन्मदिन मनाने देख रहे हैं.
धमतरी के रहने वाले बाबूलाल सिन्हा का परिवार अपनी गाय को अपने परिवार का हिस्सा मानता है. दिनरात उनकी सेवा में लगे रहता है. परिवार के लोग उसकी अच्छे से देखभाल करते हैं. 23 मार्च को परिवार ने गाय के बछिया का बर्थडे सेलिब्रेट अनोखे अंदाज में किया, जिसकी चारों तरफ चर्चाएं हो रही है. जिस तरह एक छोटे बच्चे के जन्मदिन पर खास तैयारियां की जाती है. ठीक उसी तरह बछड़े के बर्थडे पर की गई थी. परिवार वालों ने इनविटेशन कार्ड छपवाए और सत्यनारायण कथा के साथ-साथ रामायण मंडली का आयोजन भी रखा.


सड़क पर घायल मिली थी गाय, इलाज कराकर दी नई जिंदगी
बाबूलाल सिन्हा बताते हैं कि उनको एक गाय सड़क से मिली थी, तब वह बहुत छोटी थी. उस पर कुत्तों ने हमला कर दिया था, जिससे वह काफी जख्मी हो गई थी. गाय को अपनी गोद में उठाकर उन्होंने अपने घर ले आए थे और उसका इलाज कराया था. उसकी अच्छे से देखभाल कर उसे एक नई जिंदगी दी. उसी गाय ने एक बछिया को जन्म दिया. बछिया के जन्मदिन को यादगार बनाने लिए खास तैयारी की थी. जिस तरह इंसानों का जन्मदिन मनाया जाता है. ठीक उसी तरह उनके घर में बछिया का जन्मदिन मनाने की तैयारी की गई थी.
सभी लोग गाय की सेवा करें : बाबूलाल सिन्हा
बाबूलाल सिन्हा ने बताया कि इंसानों के जन्मदिन मनाने के लिए पहले आमंत्रण कार्ड छपवाकर रिश्तेदारों को दिए जाते हैं. वैसे ही गाय की बछिया के जन्मदिन को खास बनाने के लिए हमने इनविटेशन कार्ड रिश्तेदारों और मोहल्ले में बांटे. रविवार यानि 23 मार्च को सुबह से ही कार्यक्रम शुरू हो गया था. सबसे पहले सत्यनारायण कथा हुई. शाम 7 बजे बछिया का केक काटा गया. इसके बाद रामायण मंडली ने अपना कार्यक्रम दिया. मेहमानों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी. खीर-पूड़ी, बड़ा से लेकर कई तरह के व्यंजन बनाए गए थे. उनका मकसद ये है कि सभी लोग गाय की सेवा करें.

संतोषी ने कहा – हमारे घर में अब दो बेटियां
बाबूलाल की पत्नी संतोषी बाई सिन्हा ने बताया कि उनके घर अब दो बेटियां हो गई है. एक उनकी खुद की और एक गाय की बछिया. गाय का नाम उन्होंने लक्ष्मी रखा है और बछिया का नाम राधिका रखा गया है. उन्होंने आगे बताया कि राधिका और लक्ष्मी के लिए नए कपड़े लाए और घुंघरू भी पहनाए. मोहल्ले के लोग भी राधिका के जन्मदिन मनाने को लेकर बेहद खुश नजर आए. पड़ोस के रहने वाले लोगों ने कहा कि वह गाय की बछिया का जन्मदिन मनाते हुए जिंदगी में पहली बार देख रहे हैं. बहुत अच्छी सोच है. सभी ने मिलकर गौ माता के बछिया को जन्मदिन को यादगार बनाया.
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